उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद हाई स्कूल की तर्ज पर इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को भी कंपार्टमेंट की सुविधा देने की तैयारी में है. इससे एक या दो विषय में फेल विद्यार्थियों को उसी साल में पास होने का मौका मिलेगा.
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया, "अब हाई स्कूल व इंटर दोनों परीक्षाओं में दो विषयों में फेल होने पर परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे. मार्कशीट पर यह नहीं लिखा जाएगा कि विद्यार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हुआ है. यह सुविधा अभी तक यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में एक विषय में फेल होने वाले परीक्षार्थियों को ही मिलती है."
“कंपार्टमेंट परीक्षा की सुविधा देने के इस प्रस्ताव पर जल्द शासन की मुहर लगाई जाएगी.परीक्षा के नाम पर विद्यार्थियों को घबराहट न हो, इसी कारण ये बदलाव किया जा रहा है.”दिनेश शर्मा, उप मुख्यमंत्री
उन्होंने बताया, "यूपी बोर्ड में हाईस्कूल में अगर परीक्षार्थी एक विषय में फेल है तो उसे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता है. परीक्षार्थी के पास उस विषय में इंप्रूवमेंट देने का भी विकल्प होता है. अगर वह दो विषय में फेल है तो उसे कंपार्टमेंट परीक्षा का मौका मिलता है. इसके तहत वह फेल होने वाले दोनों विषयों में किसी एक की परीक्षा देता है और वह पास होकर अगली कक्षा में चला जाता है. इंटरमीडिएट में यह विकल्प नहीं है। अगली कक्षा में जाने के लिए परीक्षार्थी का सभी विषयों में पास होना जरूरी होता है."
दिनेश शर्मा ने बताया कि अब इंटरमीडिएट में परीक्षार्थियों को कंपार्टमेंट की सुविधा दी जाएगी, जिससे उन्हें अपना परिणाम सुधारने का एक और मौका मिल सके.
इस वर्ष यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा 18 फरवरी, 2020 से छह मार्च, 2020 तक होगी. यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में 25,86,247 छात्र भाग लेंगे. इनमें 14,65,844 छात्र और 11,20,403 छात्राएं शामिल हैं. पिछले वर्ष यूपी बोर्ड 10वीं का पास प्रतिशत बढ़ा था, जबकि यूपी बोर्ड इंटर (12वीं) के पास प्रतिशत में थोड़ी गिरावट आई थी.
(इनपुट-आईएएनएस)
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