उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 9,391 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 285 मौतें दर्ज की गई हैं. 9 अप्रैल को यूपी में 9,695 कोरोना केस आए थे, इसके बाद 10 अप्रैल को डेली केस के आंकड़े 10 हजार पार पहुंच गए थे. तब से लेकर 16 मई तक ये आंकड़े 10 हजार के ऊपर ही रहे. अब कम से कम आंकड़ों के लिहाज से उत्तर प्रदेश के लिए ये राहतभरी खबर है.
पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा डेली केस गोरखपुर में दर्ज किए गए. यहां 542 मामले सामने आए हैं, इसके बाद लखनऊ (517), सहारनपुर (458), गौतमबुद्ध नगर (457) और मेरठ (452) का नंबर आता है. लखनऊ में सबसे ज्यादा 22 और प्रयागराज में 21 मौतें दर्ज की गई हैं. पिछले कुछ दिनों से डेली केस सबसे ज्यादा मेरठ में आ रहे थे लेकिन सोमवार को जिले में दूसरों के मुकाबले कम केस दर्ज किए गए.
फिलहाल, राज्य में कुल एक्टिव केस 1,49,032 हैं.
75 जिलों के 79 अस्पतालों का चयन, ऑक्सीजन जेनेरटर्स लगेंगे
उत्तर प्रदेश का आबकारी और चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग राज्य में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन जेनरेटर्स लगा रहा है. मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर इसके लिए 75 जिलाधिकारियों द्वारा 79 अस्पतालों का चयन कर लिया गया है. जिसमें ज्यादातर ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से लगे हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं. इनमें से 15 स्थलों पर ऑक्सीजन पाइपलाइन और जनरेटर की व्यवस्था लगभग उपलब्ध है और 16 स्थलों पर आंशिक व्यवस्था उपलब्ध है.
थर्ड वेव की आशंका को लेकर सरकार पूरी तरह से सतर्क- योगी आदित्यनाथ
इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ पश्चिमी यूपी के दौरे पर हैं. गौतम बुद्ध नगर, मेरठ के दौरे के बाद 17 मई को वो मुजफ्फनगर पहुंचे थे. यहां उन्होंने कोरोना से जुड़े कामकाज की समीक्षा की. सीएम योगी का कहना है कि थर्ड वेव की आशंका को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है. बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए हमने इस बारे में तैयारी कर ली है
योगी ने कहा कि, "थर्ड वेव की आशंका को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है. बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए हमने इस बारे में तैयारी कर ली है. हर जनपद में पीडियाट्रिक आईसीयू निर्माण व मेडिकल स्टाफ ट्रेनिंग की कार्यवाही प्रारम्भ हो चुकी है. ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 संक्रमण फैलने की आशंका से पहले से ही पूरी तरह सतर्क हैं. 5 मई से गांवों में घर-घर निगरानी समिति द्वारा स्क्रीनिंग का काम चल रहा है."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)