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CM योगी,पूर्व CM अखिलेश कोरोना पॉजिटिव,पंचायत चुनाव टालने की मांग 

इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री के नाम से चिट्ठी भी वायरल हुई, जिसमें  कहा गया था कि राज्य में हालत डराने वाली है

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  • अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं.
  • इससे पहले पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कोरोना पॉजिटिव होने की बात कही थी
  • कई मंत्री, दर्जनभर IAS ऑफिसर कोरोना पॉजिटिव हैं.
  • राज्य में पंचायत चुनाव को टालने की मांग तेजी से हो रही है

'लखनऊ में हजारों परिवार कोरोना की चपेट में बर्बाद हो रहे हैं. शमशान घाटों पर लाशों के ढेर लगे हैं. चुनाव जरूरी नहीं है लेकिन लोगों की जान बचाना जरूरी है.' ये यूपी की राजधानी लखनऊ की मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सांसद कौशल किशोर का कहना है. कौशल किशोर ने चुनाव आयोग से अपील की है पंचायत चुनाव को कम से कम एक महीने के लिए टाल दिया जाना चाहिए.

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इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री ब्रजेश पाठक के नाम से एक चिट्ठी भी खूब वायरल हुई है. चिट्ठी में यहां तक लिखा है कि मंत्री के फोन करने पर भी पद्मश्री प्राप्त योगेश प्रवीण को इलाज नहीं मिला और उनकी मौत हो गई. चिट्ठी में लिखा गया है कि शहर में रोज 4 से 5 हजार मरीज मिल रहे हैं, और इसे देखते हुए अस्पतालों में बेडों की संख्या काफी कम है.

पंचायत चुनाव में कोरोना केस कैसे बढ़ेंगे उदाहरण देखिए

यूपी में 15 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग है. ये पंचायत चुनाव 4 चरणों में कराए जा रहे हैं, उससे पहले नेता अपने प्रचार-प्रसार के लिए भी जा रहे हैं.

अब एक उदाहरण देखिए, यूपी के कानपुर के रहने वाले एक टीचर को पिछले कई दिनों से बुखार है, उनके परिवार में सभी पीड़ित हैं और सबकी कोरोना एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अब इस टीचर की ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है और बिना आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के इन्हें ड्यूटी से हटाया नहीं जा रहा है, आरटी-पीसीआर रिपोर्ट आने में समय लग रहा है, ऐसे में अगर वो एक दिन भी चुनाव की ड्यूटी करते हैं तो अपनी लाइफ रिस्क पर डाल ही रहे हैं, दूसरों को भी संक्रमित करने का डर है. लेकिन नौकरी तो करनी ही है.

ये टीचर महज एक उदाहरण हैं. यूपी में ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे.

ऐसे में पंचायत चुनाव अगर होते हैं तो निश्चित तौर पर महामारी के बीच संसाधनों का इस्तेमाल इन चुनावों के लिए करना होगा. साथ ही तेजी से कोरोना वायरस के मामले सामने आ सकते हैं.

सीएम , पूर्व सीएम कोरोना पॉजिटिव

यूपी में फिलहाल स्थिति ऐसी है कि राज्य के मुखिया CM योगी आदित्यनाथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारी जो सीएम के संपर्क में थे, वो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं. यूपी सरकार के एक और मंत्री आशुतोष टंडन भी 14 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. टंडन ने हाल ही में लालजी टंडन की जंयती पर एक आयोजन किया था, जिसमें कई लोग शामिल हुए थे.

सरकार का कामकाज देख रहे और कुछ जिलाधिकारियों समेत करीब 1 दर्जन IAS ऑफिसर भी इस महामारी के चपेट में हैं.

रेमडेसिविर की कमी के अलावा अस्पतालों में एडमिट कराने के लिए जद्दोजहद, टेस्टिंग की रिपोर्ट में देरी जैसे बातें यूपी से पिछले कुछ दिनों में लगातार सामने आ रही हैं.

हर रोज तेजी से बढ़ हैं कोरोना वायरस संक्रमण के मामले

संक्रमण के मामलों की बात करें तो 13 अप्रैल को प्रदेश में रिकॉर्ड 18,021 नए कोरोना वायरस मामले सामने आए हैं. एक दिन ये सबसे बड़ी उछाल है. किस तेजी से ये आंकड़ा बढ़ रहा है, उसे समझने के लिए पिछले दिनों के आंकड़े देखिए-10 अप्रैल को 12,787 नए केस आए थे, 1 अप्रैल को 2.600 और 25 मार्च को 836 कोरोना केस थे.

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