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UP Nikay Chunav: पहले चरण में करीब 50% वोटिंग, कई जिलों के मतदान में गिरावट

महाराजगंज में सबसे ज्यादा 66.48% तो प्रयागराज में सबसे कम 33.61% हुई वोटिंग.

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उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के पहले चरण में 37 जिलों में मतदान 4 मई को संपन्न हुआ. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पूरे प्रदेश में प्रथम चरण में करीब 50 फीसदी मतदान हुआ. प्रथम चरण के कई ऐसे जिले हैं जहां पर मतदान में भारी गिरावट देखी गई है. समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और स्थानीय प्रशासन पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए वोटरों को डरा धमका कर वोटिंग को प्रभावित करने का आरोप लगाया है.

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समाजवादी पार्टी के अधिकारी टि्वटर हैंडल ने सहारनपुर के चार ऐसे आरोपों का उल्लेख अलग-अलग ट्वीट्स में किया है.

अगर आंकड़ों की बात करें तो सहारनपुर में 2017 के निकाय चुनाव में वोटिंग प्रतिशत 67.28 था, वहीं 2023 में मतदान प्रतिशत 60.17 रहा. मतदान प्रतिशत में गिरावट रामपुर में देखने को मिली जहां पर 2017 में 54.5% मतदान प्रतिशत रहा वही 2023 में यह घटकर 52.16% रह गया.

उत्तर प्रदेश के वोटरों में निकाय चुनाव को लेकर हर बार की तरह महानगरों में उत्साह कम देखा गया. आंकड़े तो यही बता रहे हैं. लखनऊ में 2017 में चुनाव के दौरान 39.9% मतदान प्रतिशत रहा, वहीं 2023 में मतदान प्रतिशत 38.62 रहा.

कुछ ऐसा ही हाल प्रयागराज में रहा, जहां पर 2017 में मतदान प्रतिशत 34.2 था, वहीं 2023 में में आंकड़ा 33.61 रहा. आगरा में 2017 में निकाय चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत 43.3 फीसदी हरा, वहीं 2023 में यह घटकर 40.32% पर आ गया.

कई जगह हुई हिंसक झड़पें

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गजरौला क्षेत्र में बीएसपी और बीजेपी समर्थकों के बीच नोकझोंक के बाद जमकर पत्थरबाजी हुई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल है. इस पत्थरबाजी में जहां दोनों तरफ से कई लोगों को मामूली चोटें आई हैं वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दोनों पक्ष के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

सूत्रों के अनुसार मतदान केंद्र पर बोगस वोटिंग को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई जो बाद में हिंसा का रूप ले ली.

वहीं लखनऊ में बीजेपी और सपा समर्थकों के बीच तनातनी देखने को मिली. आरोप है कि जब पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा अपना वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारे लगाए. बाद में बीजेपी और सपा समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली जिसका वहां तैनात पुलिस ने बीच-बचाव कराया.

रामपुर में भी दो पक्षों के बीच नोकझोंक के बाद मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. रामपुर पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि दोनों पक्षों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था और अब दोनों पक्षों में समझौता हो गया है.

अखिलेश ने बीजेपी पर साधा निशाना

समाजवादी पार्टी ने सत्ता पक्ष पुलिस पर कई जगहों पर मतदान को प्रभावित करने का आरोप लगाया है. सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से चुनाव आयोग को शिकायत करते हुए आरोप लगाया गया कि सहारनपुर में मतदान केंद्रों पर सत्ता के इशारे पर पुलिस और प्रशासन द्वारा मतदान प्रभावित करने के उद्देश्य से मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोक जा रहा. वहीं दूसरी ट्वीट में सपा ने आरोप लगाया कि मतदान को प्रभावित करने के लिए प्रशासन द्वारा इरादतन मतदान की गति को धीमा करने का प्रयास किया जा रहा है.

मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि...

" चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और प्रशासन के लोग लूट कर रहे हैं. मैनपुरी में बीजेपी बहुत बड़े वोटों से हारी है वह भी तब जब प्रशासन ने दबाव बनाया. बीजेपी के लोगों ने खुलेआम कानून अपने हाथ में लिया उसके बावजूद हारे."
अखिलेश यादव, एसपी प्रमुख

उत्तर प्रदेश के कई और जिलों से मतदान के दौरान अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए अखिलेश ने कहा, "आगरा में बीजेपी ने ऐसी इंक लाने का काम किया है जहां पर अगर आप वोट डालकर कर आए हैं और इंक मिटाना चाहे तो मिटा कर दोबारा वोट देने चले जाएं. फिरोजाबाद में पैसे देकर वोट का इंतजाम किया जा रहा था."

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