यूपी में 3902 कोरोना केस
उत्तर प्रदेश में वैश्विक महामारी COVID-19 के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. गुरुवार को 147 नए मरीज संक्रमित पाए गए. इसके साथ ही प्रदेश में कोराना मरीजों की संख्या 3,902 तक पहुंच गई है. वायरस अब तक 88 लोगों की जान ले चुका है.
संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के आगरा में अब तक 785, लखनऊ में 271, गाजियाबाद में 169, नोएडा में 249, लखीमपुर खीरी में 14, कानपुर में 312, पीलीभीत में 6, मुरादाबाद में 151, वाराणसी में 92, शामली में 33, जौनपुर में 13, बागपत में 25, मेरठ में 286, बरेली में 11, बुलंदशहर में 77, बस्ती में 46, हापुड़ में 61, गाजीपुर में 14, आजमगढ़ में 10, फिरोजाबाद में 194, हरदोई में 4, प्रतापगढ़ में 16, सहारनपुर में 208, शाहजहांपुर में 2, बांदा में 21, महाराजगंज में 11, हाथरस में 19, मिर्जापुर में 7, रायबरेली में 50, औरैया में 18, बाराबंकी में 10, कौशांबी में 6, बिजनौर में 46, सीतापुर में 26, प्रयागराज में 26 और श्रीकृष्ण धाम मथुरा में 56 लोग केस सामने आ चुके हैं.
इसी तरह बदायूं में 17, रामपुर में 31, मुजफ्फरनगर में 26, अमरोहा में 33, भदोही में 3, इटावा में 3, कासगंज में 7, संभल में 28, उन्नाव में 6, कन्नौज में 23, संत कबीर नगर में 34, मैनपुरी में 10, गोंडा में 21, मऊ में 2, एटा में 11, सुल्तानपुर में 14, अलीगढ़ में 66, श्रावस्ती में 14, बहराइच में 35, बलरामपुर में 5, अयोध्या में 1, जलौन में 36, झांसी में 30, गोरखपुर में 10, कानपुर देहात में 4, सिद्धार्थ नगर में 34, देवरिया में 4, महोबा में 3, कुशीनगर में 2, अमेठी में 13, चित्रकूट में 8, फतेहपुर में 6, हमीरपुर में 1, ललितपुर में 1, सोनभद्र में 1, फरु खाबाद में 8, बलिया में 1, अंबेडकर नगर में 2 और चंदौली में 1 मामला सामने आ चुका है.
फेस मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना लगेगा
उत्तर प्रदेश के अपर सचिव (गृह) ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि फेस मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर उनसे मौके पर ही जुर्माना वसूलें. गुरुवार को कोरोनावायरस के प्रकोप के संबंध में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि फेस मास्क और फेस कवर का प्रयोग करने के संबंध में सख्त निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री ने फेस कवर नहीं करने और फेस मास्क नहीं लगाने वाले लोगों से मौके पर ही जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि हर जनपद में थर्मल स्कैनर और अल्ट्रा रेड थर्मामीटर लगाया जाए. पब्लिक डीलिंग वाली जगहों- जैसे कार्यालय, बाजार आदि में थर्मल स्कैनर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से पॉजिटिव तथा मृतकों की संख्या के अनुपात में स्वस्थ होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बीते सोमवार से कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या का क्रम जारी है. गुरुवार को भी कोरोना संक्रमण से ठीक होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज होने वालों की संख्या संक्रमित होने वाले मरीजों से अधिक रही.
‘वंदे भारत मिशन' में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती: अखिलेश
समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुजफ्फनगर हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि 'वंदे भारत मिशन' में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती है. अखिलेश ने गुरुवार को ट्विटर के माध्यम से लिखा कि "उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर बस हादसे में प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक मौत पर गहरा दुख. श्रद्धांजलि! पहले ट्रेन और अब बस हादसा, मजदूरों की जिंदगी इतनी सस्ती क्यों.'वंदे भारत मिशन' में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती. इतना ऊपर भी उड़ना ठीक नहीं कि जमीन की सच्चाई की उपेक्षा हो जाए."
मुजफ्फरनगर में सहारनपुर की तरफ से पदैल जा रहे श्रमिकों को बुधवार देर रात एक बस ने कुचल दिया. इस हादसे में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं. इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दु:ख प्रकट किया है, मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान भी किया है.
COVID-19: यूपीएसआरटीसी ने तैयार की विस्तृत योजना
लॉकडाउन के बीच धीरे-धीरे सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को शुरू करने की कवायद हो रही है. ऐसे में यूपी-स्टेट रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (यूपीएसआरटीसी) ने यात्रियों के साथ-साथ कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत योजना बनाई है. यूपीएसआरटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर राज शेखर ने अधिकारियों को सुरक्षा प्रोटोकॉल पर एक वीडियो बनाने और इसे विभाग के सभी कर्मचारियों के बीच प्रसारित करने के लिए कहा है.
उत्तर प्रदेश में ट्रेन से वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए औसतन करीब 2,000 बसों का इस्तेमाल प्रतिदिन किया जा रहा है. बसें उन्हें अपने गंतव्य तक ले जाती हैं. प्रतिदिन प्रवासी मजदूरों की परिवहन व्यवस्था में करीब 10000 यूपीएसआरटीसी कर्मचारी काम में लगे हैं.
राज शेखर ने कहा, "सभी बसों का 100 फीसदी सैनिटाइजेशन, सभी ड्राइवर और कंडक्टर के लिए मास्क, दस्ताने और यात्रियों के लिए हैंड सैनिटाइजर जैसे आवश्यक एहतियाती उपाय अत्यंत आवश्यक हैं, जिनका ध्यान रखा जाता है."
उन्होंने आगे कहा कि ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करने के दौरान सभी कर्मचारियों की हर दिन थर्मल गन से जांच की जाती है. यूपीएसआरटीसी ने एक महीने की अवधि के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा वस्तुओं का स्टॉक खरीदा है.
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