उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्याना हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत लिया है. साल 2018 में स्याना गांव इलाके में कथित गोकशी के शक में फैली हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद योगेश राज को गिरफ्तार किया गया था.
योगेश राज ने निर्दलीय प्रत्याशी को हराया
स्याना हिंसा का मुख्य आरोपी योगेश राज जिला पंचायत सदस्य पद के वार्ड नंबर 5 से उम्मीदवार था और उसने अपने प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय प्रत्याशी निर्दोष चौधरी को 2150 वोटों से हरा दिया.
क्या है स्याना हिंसा मामला?
दिसंबर 2018 में यूपी के बुलंदशहर के स्याना गांव इलाके में कथित गोकशी के शक में फैली हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस हिंसा में बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया.
योगेश राज पर हिंसा भड़काने का आरोप है. घटना के दौरान शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने उसे समझाने का प्रयास किया था लेकिन वो नहीं माना. हिंसा को भड़काने में योगेश राज का हाथ था. योगेश राज के खिलाफ इस मामले में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 333, 353, 427, 436, 394 के तहत मामले दर्ज हुए.
स्याना हिंसा मामले में योगेश राज पर गंभीर आरोप
बुलंदशहर के स्याना हिंसा मामले में दर्ज FIR के अनुसार, मुख्य आरोपी योगेश राज पर गंभीर आरोप हैं. आरोप है कि योगेश अपने दोस्तों के साथ मिलकर लोगों को भड़का रहा था. इस भीड़ ने पुलिस चौकी को घेरा था. भीड़ में शामिल लोग अपने साथ ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे ही नहीं बल्कि तमंचे भी साथ लाए थे. भीड़ में से कुछ लोगों ने इंस्पेक्टर सुबोध की पिस्टल,उनका मोबाइल फोन भी छीना था. पुलिस टीम के वायरलेस सेट को भी तोड़ दिया गया.
बुलंदशहर के स्याना गांव में हुई हिंसा के करीब 1 महीने बाद जनवरी 2019 में योगेश राज को गिरफ्तार किया गया था. जमानत मिलने के बाद उसका भव्य स्वागत हुआ था और इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिवार ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि उन्हें योगेश राज से खतरा है.
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