ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल सरकार को एक और झटका लगा है. इस सरकार में फॉरेस्ट मिनिस्टर राजीव बनर्जी ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है.
राजीव ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा, ''पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना बहुत सम्मान की और खास बात रही है. मैं यह मौका मिलने के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं.''
टीएमसी नेता राजीव ने हाल ही में एक ‘फेसबुक लाइव सेशन’ के दौरान कहा था कि वह धैर्यपूर्वक उस वक्त का इंतजार कर रहे हैं, जब ‘‘पूरी तरह से लोगों की भलाई से संबंधित’’ उनकी शिकायतों का निवारण किया जाएगा.
उन्होंने कहा था, ‘‘अपनी पार्टी प्रमुख (ममता बनर्जी) की तरह, मैं भी साधारण जमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मान देने में विश्वास करता हूं, जो निस्वार्थ भाव से संगठन के लिए मेहनत करते हैं. हालांकि अगर मैं यह देखूं कि इन कार्यकर्ताओं को उनका उचित सम्मान नहीं मिल रहा है...अगर वे निराश हैं और दुखी हैं तो मैं शीर्ष नेतृत्व को उनकी भावनाओं के बारे में अवगत कराने की कोशिश करता हूं.’’
उन्होंने कहा था कि उन्होंने पार्टी के अनुशासन का कभी भी उल्लंघन नहीं किया जैसा कि कुछ ने दावा किया है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. उससे पहले कई बड़े नेताओं ने टीएमसी चीफ ममता बनर्जी का साथ छोड़ दिया है.
इसी क्रम में पिछले दिनों ममता को एक बड़ा झटका तब लगा था, जब राज्य सरकार में परिवहन मंत्री रहे शुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी छोड़ दी और वह बीजेपी में शामिल हो गए.
उनके अलावा अलावा टीएमसी के कई विधायकों ने भी सत्तारूढ़ पार्टी छोड़ दी है जिसमें शीलभद्र दत्ता, बिश्वजीत कुंडू, दीपाली बिश्वास और शुकरा मुंडा शामिल हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)