हैदराबाद, 5 सितम्बर (आईएएनएस)| तेलंगाना में यूरिया की कमी के कारण एक किसान की जान चली गई। किसान की सिद्दीपेट जिले में गुरुवार को यूरिया खरीदने के लिए अपनी बारी का इंतजार करने के दौरान मौत हो गई। सी.येलैयाह (65) की प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी (पीएसीएस) पर कतार में अपनी बारी का इंतजार करने के दौरान मौत हो गई। यह मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव का गृह जिला है।
येलैयाह के परिवार का आरोप है कि वह तीन दिनों से यूरिया के लिए पीएसीएस पर जा रहा था। किसान, गुरुवार सुबह से अपनी पत्नी के साथ कतार में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना ने राज्य में यूरिया की भारी कमी को उजागर किया, जिससे किसानों को कठिनाई हो रही थी। उर्वरक की कमी से परेशान किसानों ने कई जगहों पर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी फसलें उर्वरकों की कमी के कारण मुरझा रही हैं।
पीएसीएस पर लंबी कतारों में हजारों किसान खड़े देखे जा रहे हैं, लेकिन अधिकारी उनकी मांग पूरी करने में सक्षम नहीं हैं।
राज्य सरकार ने इस हालात के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया है। राज्य सरकार ने कहा कि केंद्र पर्याप्त मात्रा में यूरिया प्रदान करने में विफल रहा है।
कृषि मंत्री एन.निरंजन रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से बीते महीने 8.5 लाख टन के पूरे आवंटित कोटे को जारी करने का आग्रह किया, लेकिन सिर्फ 3.97 लाख टन जारी किया गया। इसमें से सिर्फ 2.12 लाख टन किसानों तक पहुंचा है।
मंत्री के बयान से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।
भाजपा के राज्य ईकाई के अध्यक्ष के.लक्ष्मण ने आरोप लगाया कि टीआरएस सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि कमी जानबूझकर कुछ जिलों में पैदा की गई है, जहां भाजपा मौजूद है।
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