नई दिल्ली, 6 सितम्बर (आईएएनएस)| पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम से मिलने के लिए कांग्रेस पार्टी नेताओं का एक दल शुक्रवार को तिहाड़ जेल पहुंचा। मगर निर्धारित समय समाप्त होने के कारण नेताओं को चिदंबरम से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। इससे एक दिन पहले ही दिल्ली की एक अदालत द्वारा पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम को 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। कांग्रेस नेताओं के अनुसार, पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, दिल्ली प्रभारी पी. सी. चाको और मणिक्कम टैगोर अपने वरिष्ठ नेता से मिलने तिहाड़ पहुंचे थे।
चिदंबरम गुरुवार शाम से तिहाड़ की जेल नंबर-7 में बंद हैं। जेल नंबर-7 आर्थिक मामलों के आरोपियों के लिए है।
पार्टी के नेताओं के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल को पूर्व वित्त एवं गृह मंत्री चिदंबरम से मिलने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि कैदियों से मिलने का निर्धारित समय समाप्त हो गया था। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के नेताओं ने उनके बारे में पूछताछ की और वापस आ गए।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर उनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए तिहाड़ जेल में चिदंबरम से मिलने गए थे।
अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को अपनी दवाएं अपने साथ ले जाने की अनुमति दी है। चिदंबरम को चूंकि जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, इसलिए अदालत ने उन्हें सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था के साथ एक अलग सेल में रखने की भी अनुमति दी।
चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी पहले इसी जेल में बंद थे।
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