रजनीकांत ने एक ट्वीट में कहा कि यदि इस परिस्थिति में शराब की दुकानें खुलती हैं, तो उन्हें सत्ता वापसी का सपना भूल जाना चाहिए।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वे अपने खजाने को भरने के लिए अन्य अच्छे तरीके खोजें।
राज्य सरकार ने चार मई को घोषणा की थी कि सात मई से शराब के आउटलेट्स खोले जाएंगे।
मद्रास हाईकोर्ट ने भी शुरुआत में शर्तों के मद्देनजर शराब के आउटलेट खोलने की अनुमति दी थी।
हालांकि, आउटलेट खुलने के बाद सरकार शर्तों का पालन नहीं कर सकी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार को खुलेआम फटकार लगाई थी।
अभिनेता से नेता बने कमल हासन की पार्टी मक्कल नीधि माईम (एमएनएम) और एक वकील ने शर्तों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
कोर्ट ने 8 मई को सभी आउटलेट को बंद करने का निर्देश देने के साथ शराब की ऑनलाइन बिक्री और होम डिलिवरी की अनुमति दी थी।
वहीं राज्य सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
--आईएएनएस
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