मौसम विभाग ने उपग्रह से चक्रवात की तस्वीरें ली हैं, जिसमें इसके केंद्र में एक आंख जैसी आकृति बनती दिखाई दे रही है। तस्वीर में तूफान की आंख साफ तौर पर देखी जा सकती है।
विभाग ने जानकारी दी कि अपराह्न् 2.30 बजे पश्चिम बंगाल में सुंदरवन के पास तूफान के तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हुई, जोकि चार घंटे तक जारी रहने की बात कही गई है।
चक्रवात पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट को पार करेगा।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, चक्रवात की पहली भुजा तट पर पहुंच चुकी है। इसकी आंख के जल्द ही जमीन को छूने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में 160 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति वाली हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं।
पश्चिम बंगाल में तट से टकराने के दौरान तेज तूफान के बीच चार से छह मीटर ऊंची लहरें उठेंगी। बंगाल में दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के निचले इलाकों और पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कुछ हिस्सों में बड़ी लहरों की आशंका है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बुधवार को कहा कि इस बीच पश्चिम बंगाल में पांच लाख और ओडिशा में 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
महानिदेशक एस. एन. प्रधान ने कहा, एनडीआरएफ ने ओडिशा में 20 और पश्चिम बंगाल में 19 टीमों को तैनात किया है। दो टीमें स्टैंडबाय पर हैं।
उन्होंने कहा कि 24 अतिरिक्त टीमें हॉट-स्टैंडबाई पर हैं और जरूरत पड़ने पर 15 मिनट के भीतर इसे एयर-लिफ्ट किया जा सकता है। दोनों राज्यों की बाकी टीमें सड़क निकासी और बहाली में लगी हुई हैं।
--आईएएनएस
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