ADVERTISEMENTREMOVE AD

ट्विटर ने जैक डोरसे के पोस्टर विवाद पर माफी मांगी

ट्विटर ने जैक डोरसे के पोस्टर विवाद पर माफी मांगी

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)| ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोरसे पिछले हफ्ते भारत दौरे पर आए थे। उन्होंने महिला पत्रकारों के साथ एक गोलमेज बैठक के बाद एक फोटो हाथ में लेकर तस्वीर खिंचवाई थी, जिस पर 'ब्राह्मणवादी पितृसत्ता को तोड़ो' नारा लिखा था। इस पोस्टर पर विवाद के बाद अब ट्विटर इंडिया ने माफी मांगी है। ट्विटर की कानूनी, नीति, भरोसा और सुरक्षा प्रमुख विजया गड्डे ने सोमवार देर रात ट्वीट किया, "मुझे इसके लिए खेद है। यह हमारे विचारों का प्रतिबिंब नहीं है। हमे एक निजी फोटो उपहार के रूप में प्राप्त हुआ था। हमें और अधिक विचारशील होना चाहिए था।"

उन्होंने आगे कहा, "ट्विटर सभी के लिए निष्पक्ष मंच होने का प्रयास करता है। हम यहां ऐसा करने में नाकाम रहे हैं और हमें भारत में अपने ग्राहकों की सेवा करने के लिए बेहतर करना होगा।"

सोशल नेटवर्क के मुताबिक, महिला पत्रकारों के साथ बंद कमरे में चर्चा हुई थी। वे भारत में बदलाव की वाहक हैं और यह चर्चा उनके ट्विटर अनुभव को लेकर थी।

माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफार्म ने कहा, "इस चर्चा में एक दलित कार्यकर्ता भी सहभागी थी और उन्होंने अपने निजी अनुभवों को साझा किया और जैक को एक पोस्टर भेंट किया।"

ट्विटर ने कहा, "यह ट्विटर या हमारे सीईओ का बयान नहीं है।"

इस पोस्टर के वायरल होने के बाद कुछ यूजर्स ने डोरसे पर 'कट्टरता' और 'नस्लवादी' के आरोप लगाए थे।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×