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डोपिंग केसः मारिया शारापोवा पर लगा दो साल का बैन

इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ शारापोवा करेंगी अपील.

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इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) ने बुधवार को रूस की स्टार टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया है. डोपिंग टेस्ट में फेल होने के कारण उन पर ये प्रतिबंध लगाया गया है.

शारापोवा को जनवरी में हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान प्रतिबंधित पदार्थ मेलडोनियम के सेवन का दोषी पाया गया था. इसके बाद मार्च में उन पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया था.

दरअसल, मेलडोनियम पदार्थ पर एक जनवरी को प्रतिबंधित लगाया गया था, जिसके चलते शारापोवा को इन मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मार्च में ही अस्थायी प्रतिबंध लगाए जाने के बाद शारापोवा ने कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से साल 2006 से मेलडोनियम का सेवन कर रही थीं.

2016 डोपिंग रोधी कार्यक्रम के अनुच्छेद 8.1 के तहत नियुक्त किए गए ट्रिब्यूनल ने मारिया शरापोवा को डोपिंग रोधी नियम के अनुच्छेद 2.1 का दोषी पाया है. इसी के चलते उन्हें अयोग्य घोषित किया जाता है और 26 जनवरी 2016 से दो साल के लिए प्रतिबंधित किया जाता है.
इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ)

शारापोवा को इसी साल अगस्त में होने वाले रियो ओलिम्पक की रूस की टीम में शामिल किया गया था. पहले यह साफ नहीं था कि वह ओलम्पिक में हिस्सा ले पाएंगी या नहीं.

शारापोवा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, “ ट्रिब्यूनल ने अपनी जांच में पाया है कि मैंने उस पदार्थ का सेवन अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए नहीं किया था.”

आपको यह जानने की जरूरत है कि आईटीएफ ने ट्रिब्यूनल से मुझे चार साल के लिए प्रतिबंधित करने को कहा था, लेकिन ट्रिब्यूनल ने ऐसा करने से मना कर दिया. ट्रिब्यूनल ने कहा है कि मैंने जानबूझ कर डोपिंग के नियमों का उल्लंघन नहीं किया है, इसलिए मैं इस दो साल के अनुचित प्रतिबंध को बर्दाश्त नहीं करूंगी.
मारिया शारापोवा

पांच बार ग्रैंड स्लैम जीत चुकीं शारापोवा अब इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगी.

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