उन्नाव रेप सर्वाइवर जिंदगी की जंग हार गई. सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर शलभ कुमार के मुताबिक, पीड़िता को रात 11 बजकर 10 मिनट पर कार्डिएक अरेस्ट हुआ था और 11.40 पर पीड़िता ने दम तोड़ दिया.
बता दें कि रेप सर्वाइवर को आरोपियों ने केरोसिन छिड़ककर जिंदा जला दिया था. ये वारदात तब हुई जब पीड़िता इसी केस के सिलसिले में रायबरेली कोर्ट जा रही थी. जमानत पर छूटकर आए दो आरोपियों ने बदला लेने के लिए पीड़िता को आग के हवाले कर दिया था. 90 फीसदी जल चुकी रेप सर्वाइवर को 5 दिसंबर को लखनऊ से दिल्ली लाया गया था.
क्या है मामला?
बिहार के हिंदूनगर गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर, 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में उसके साथ गैंगरेप किया था. जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में रजिस्टर है. मामले की सुनवाई रायबरेली जिला अदालत में चल रही है.
बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लेकिन जमानत पर छूटने के तुरंत बाद आरोपियों ने पीड़िता को निशाना बनाया. आरोपियों ने गांव के एक खेत में पीड़िता पर मिट्टी का तेल (केरोसिन) डालकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की.
इस घटना को अंजाम देने वाले पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
जल रहा था शरीर और उन्नाव रेप सर्वाइवर 1 किमी तक भागती रही-चश्मदीद
इस मामले में और रूह कंपा देने वाली बातें सामने निकल कर आ रही हैं. एक चश्मदीद ने बताया कि सर्वाइवर एक किलोमीटर तक मदद के लिए भागती रही.
वो मदद के लिए दौड़ती हुई चली आ रही थी. उसे देखकर मैं सिहर गया. मैंने उससे तुरंत पूछा कि वो कौन है. उसने मुझे बताया कि वो *** की बेटी है.’रविंद्र प्रकाश, चश्मदीद
उन्नाव के एक गांव के रहने वाले प्रकाश ने कहा, 'उसका शरीर जल रहा था और वो भाग रही थी. एक पल को मुझे लगा, वो चुड़ैल है. मैंने अपने बचाव के लिए कुल्हाड़ी उठा ली, लेकिन जब मैंने जाना कि वो कौन है, तो मैं पीछे हट गया.'
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