नई दिल्ली, 26 जनवरी (आईएएनएस)| उत्तराखंड कांग्रेस में दरार खुलकर उस वक्त सामने आ गई, जब प्रदेश में शनिवार को गठित की गई कमेटी से असंतुष्ट कई नेताओं ने पार्टी के पद छोड़ने की धमकी दी।
पिथौरागढ़ के धारचूला से दो बार के विधायक हरीश धामी ने अपना पद छोड़ने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ विधायक होने के नाते उन्हें पार्टी में राज्य के सचिव का पद मिला है, जो उनके और उनके समर्थकों के लिए अस्वीकार्य है।
धामी ने कहा, "मैं सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा। मैं पिथौरागढ़ स्थित अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर अपने समर्थकों से चर्चा करने के बाद अपने भविष्य की रणनीति को लेकर कोई निर्णय लूंगा।"
उन्होंने दावा किया कि विधानसभा में पार्टी के 11 में से उन्हें छह विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है।
धामी ने आरोप लगाया कि राज्य पार्टी प्रमुख प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश दोनों की 'भाजपा के साथ सांठगांठ है'। उन्होंने कहा कि प्रीतम सिंह के बहनोई राजेंद्र सिंह भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में मंत्री हैं और सिडकुल कांड के चलते इंदिरा हृदयेश राज्य सरकार का सामना करना नहीं चाहतीं।
धामी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के विधायक के रूप में चुने जाने का मार्ग प्रशस्त किया था, उन्होंने कहा, "इस बार मैं किसी की बात नहीं सुनने वाला हूं। मैं अपने समर्थकों के साथ विचार-मिवमर्श करूंगा।"
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