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अखिलेश-डिंपल की यह फोटो मुख्तार अंसारी की कब्र पर फूल चढ़ाने की नहीं है

Fact-Check: पहले भी इस फोटो को अतीक अहमद की कब्र बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया गया था.

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सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनकी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) की एक फोटो वायरल है. इस तस्वीर में दोनों किसी समाधी या कब्र पर फूल चढ़ाते दिख रहे हैं.

दावा: फोटो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, "अखिलेश यादव ने राम मंदिर उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया. मुख्तार अंसारी की कब्र पर फूल चढ़ाने दोनों गए हैं."

Fact-Check: पहले भी इस फोटो को अतीक अहमद की कब्र बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया गया था.

इस पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

(Altered by quint hindi)

(ऐसे ही दावे करने वाले पोस्ट के अन्य अर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

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क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. इस वायरल फोटो में अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव मुख्तार अंसारी की कब्र पर नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक और अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव की समाधी पर फूल चढ़ा रहे है.

  • यह फोटो साल 2022 की है, मुलायम सिंह के निधन के बाद, उनकी बहु और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने मैनपुरी से चुनाव लड़ा था.

  • मैनपुरी उपचुनाव में नामांकन भरने से पहले डिंपल यादव मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंची थीं. साथ में अखिलेश यादव और पार्टी के अन्य लोग भी मौजूद थे.

  • मैनपुरी की सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद ही खाली हुई थी.

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हमनें सच का पता कैसे लगाया ? हमनें इस फोटो पर गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. हमें अखिलेश यादव के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर यही तस्वीर मिली.

  • इस तस्वीर को 14 नवंबर 2022 को अपलोड किया गया था. कैप्शन था, "मैनपुरी उपचुनाव में सपा के प्रत्याशी के रूप में दरअसल नेताजी की समाजवादी आस्थाओं का ही नामांकन हो रहा है. जिस प्रकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के लोगों और जनमानस ने सैफई आकर नेताजी को श्रद्धांजलि दी है, उसका सच्चा परिणाम ये होगा कि सपा प्रत्याशी की ऐतिहासिक जीत होगी."

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उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की 28 मार्च 2024 को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. पांच बार के पूर्व विधायक रहे मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे. उन्हें गाजीपुर में दफनाया गया था.

  • जाहिर है अखिलेश यादव के X हैंडल समेत इंटरनेट पर यह तस्वीर 14 नवंबर 2022 से मौजूद है जबकि मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च 2024 को हुई है.

अखिलेश यादव मुख्तार अंसारी के परिवार को सांत्वना देने के लिए गाजीपुर पहुंचे थे. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह अकेले ही गाजीपुर पहुंचे थे. अपने X हैंडल पर भी अखिलेश यादव ने गाजीपुर की तमाम तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें डिंपल यादव कहीं भी नजर नहीं आ रहीं है.

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न्यूज रिपोर्ट्स: डिंपल यादव के मैनपुरी से नामांकन भरने की खबर कुछ मीडिया आउटलेट्स में छपी थी. जिनमें इन्हीं तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था. मीडिया वेबसाइट हिंदुस्तान में छपी ऐसी ही खबर आप यहां पढ़ सकते हैं.

Fact-Check: पहले भी इस फोटो को अतीक अहमद की कब्र बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया गया था.

हिंदुस्तान में छपी खबर. खबर यहां पढ़ें.

(सोर्स - स्क्रीनशॉट/हिंदुस्तान)

न्यूज एजेंसी ANI UP/Uttarakhand ने भी अलग एंगल से इन तस्वीरों को अपने X अकाउंट पर पोस्ट किया था.

पहले भी भ्रामक दावों से वायरल हुई थी फोटो: आपको बता दें कि अखिलेश और डिंपल यादव की यह फोटो पहले भी झूठे दावों के साथ भ्रामक हो चुकी है. पहले मुख्तार अंसारी की जगह इस कब्र को अतीक अहमद की कब्र बताया गया था, उस वक्त मामले में FIR भी दर्ज की गई थी. वेबकूफ हिंदी की वह रिपोर्ट आप यहां पढ़ सकते हैं.

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निष्कर्ष: अखिलेश यादव और डिंपल यादव की पुरानी तस्वीर को गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है. तस्वीर में अखिलेश और डिंपल यादव मुलायम सिंह यादव की समाधी पर फूल चढ़ा रहे हैं, ना की मुख्तार अंसारी या अतीक अहमद की कब्र पर.

(अगर आपक पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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