बांग्लादेश में पीएम मोदी के दौरे के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों की गुंडागर्दी का है.
वीडियो में सेना के काफिले को रोकते लाठी-डंडो से लैस लोगों की भीड़ दिख रही है. वीडियो में ये भीड़ एक एंबुलेंस को भी रोकने की कोशिश करते हुए दिख रही है और नारे लगा रही है. बांग्लादेश के हथाजारी में पीएम मोदी की यात्रा के विरोध का यह वीडियो 28 मार्च को शूट किया गया था.
दावा
इस वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, “पश्चिम बंगाल में मुसलमानों की गुंडागर्दी देखिए सरकार,पुलिस, फौज सबको इनसे जान बचानी मुश्किल है।”
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने देखा कि गाड़ी का नंबर प्लेट में बांग्ला में लिखा हुआ है. इसके अलावा, एंबुलेंस और सेना के जवानों की वर्दी में दो तलवारों वाला लाल लोगो दिख रहा है, जिससे पता चलता है कि ये बांग्लादेश की सेना के लोग हैं.
शर्ट की आस्तीन पर लोगो या तो हरा या लाल हो सकता है. आप नीचे दी गई प्रतीकात्मक तस्वीरों में ऐसा देख सकते हैं.
इसके बाद, हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से एक पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें फेसबुक यूजर HM Al Amin का फेसबुक लाइव के तौर पर अपलोड किया गया लंबा वीडियो मिला, जिसे 28 मार्च को इस कैप्शन के साथ अपलोड किया गया था, “হাটহাজারী সড়কে সেনাবাহিনী” (अनुवाद: हथाजारी रोड पर सेना).
हमने देखा कि वीडियो में दिख रहे एक बोर्ड में लिखा हुआ है, “আল হেরা তাহফিজুল কুরআন ইসলামি একাডেমী” (अनुवाद: "अल हेरा तहफिजुल कुरान इस्लामिक अकादमी")
ये बोर्ड वायरल वीडियो के 2 मिनट 53 सेकंड और फेसबुक लाइव वाले वीडियो पर 4 मिनट 33 सेकंड में दिखता है.
हथाजारी में क्या हुआ था?
कई न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे के विरोध में चटगांव के हथाजारी में हिंसा भड़की थी.
बांग्लादेश के Dhaka Tribune मुताबिक, उन्होंने हथाजारी में मदरसा के छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान चटगाँव-खगराचेरी राजमार्ग को ब्लॉक कर दिया था, जिससे आवाजाही बंद हो गई थी.
बांग्लादेश के Dhaka Tribune मुताबिक, उन्होंने हथाजारी में मदरसा के छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान चटगाँव-खगराचेरी राजमार्ग को ब्लॉक कर दिया था, जिससे आवाजाही बंद हो गई थी. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीन दिनों तक चली हिंसक झड़पों के बाद रविवार 28 मार्च की रात इलाके में यातायात फिर से शुरू हो पाया.
Prothom Alo की रिपोर्ट में भी बताया गया था कि हथाजारी मदरसे के छात्रों ने सड़कों पर मोर्चाबंदी कर दी थी और पुलिस के साथ संघर्ष के दौरान कम से कम चार लोगों की मौत हुई थी.
मतलब साफ है कि बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर गलत दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में मुसलमान गुंडागर्दी कर रहे हैं.
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