सोशल मीडिया पर सुप्रीम कोर्ट के वकील और एक्टिविस्ट प्रशांत भूषण पर हमले का एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि अवमानना केस में उन्हें दोषी करार दिए जाने के बाद उनपर हमला हुआ. ये वीडियो असल में अभी का नहीं, बल्कि 2011 का है.
14 अगस्त को, सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना केस में प्रशांत भूषण को दोषी करार दिया. कोर्ट ने भूषण से माफी मांगने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया. 25 अगस्त को सुनवाई में, कोर्ट ने सजा पर अपना फैसला सुरक्षित रखा.
दावा
जर्नलिस्ट शोभा डे ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "शॉकिंग! शर्मनाक." इसके बाद इस वीडियो को फेसबुक पर भी शेयर किया गया.
इस आर्टिकल को लिखे जाने तक, शोभा डे के ट्वीट पर 5 हजार से ज्यादा लाइक्स थे और 2300 बार इसे रीट्वीट किया जा चुका था.
हमें जांच में क्या मिला?
हमने पाया कि ये वायरल क्लिप 2011 की है, जब तीन लोगों ने भूषण पर उनके चैंबर में हमला किया था, जब वो टाइम्स नाउ को इंटरव्यू दे रहे थे.
गूगल पर 'प्रशांत भूषण पर हमला' जैसे कीवर्ड सर्च किए, जिसके बाद 2011 से कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
NDTV की एक रिपोर्ट में लिखा है कि कश्मीर में जनमत संग्रह का समर्थन करने पर उनके द्वारा दिए गए एक बयान को लेकर ये हमला हुआ था.
इकनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो लोग - तजिंदर पाल बग्गा और विष्णु वर्मा को इस केस के संबंध में गिरफ्तार किया गया था. अब बीजेपी के प्रवक्ता बग्गा ने हरि नगर से 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा था.
अलग-अलग न्यूज रिपोर्ट से पता चलता है कि भूषण पर हमले का ये वीडियो हाल का नहीं, बल्कि पुराना है.
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