सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में लोग भगवा झंडा लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि इसमें दिख रहे लोग बजरंग दल के हैं और किसान आंदोलन के समर्थन में उतर आए हैं.
हालांकि, क्विंट ने जब इस वीडियो की जांच की तो पाया कि ये वीडियो महाराष्ट्र के हिंगोली जिले का है. शिवसेना के विधायक संतोष बांगर ने यहां शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन किया था.
दावा
इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा जा रहा है - ''बजरंग दल ने किसान विरोधी काले कृषि कानून के खिलाफ विरोध किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चोर बोला. अब उनको सच्चाई पता चल गई है यह चौकीदार नहीं चोर है.''
पड़ताल में हमने क्या पाया
वीडियो को ध्यान से सुनने पर हमने पाया कि वीडियो में तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर नारे लगाए जा रहे हैं. हमें इस वीडियो में कहीं भी किसानों के प्रोटेस्ट से संबंधित नारे या उनके समर्थन में कही गई कोई बात नहीं सुनाई दी. वीडियो में तेल की बढ़ती कीमतों से जुड़े नारे हैं, जबकि दावा किया जा रहा है कि वीडियो किसानों के समर्थन में हुए प्रदर्शन का है. यहीं से इस दावे की सत्यता पर सवाल खड़ा होता है. अब हमने वीडियो को कीफ्रेम में बांटकर रिवर्स इमेज सर्च किया.
हर फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 'Gor Culture' नाम के यूट्यूब चैनल पर 5 फरवरी को अपलोड किया गया वीडियो मिला. डिस्क्रिप्शन के मुताबिक ये विरोध प्रदर्शन संतोष बांगर ने तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ किया था.
इसके अलावा हमें यूट्यूब पर एक और वीडियो मिला जिसे 'FC Videos' नाम के एक दूसरे चैनल ने 13 फरवरी को अपलोड किया था. इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में भी लिखा था कि तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर महाराष्ट्र के हिंगोली में शिवसेना का विरोध प्रदर्शन.
द क्विंट की वेबकूफ टीम ने शिवसेना विधायक संतोष बांगर से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया था. यह वीडियो उसी प्रदर्शन का है.
‘’मैंने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ 5 फरवरी को विरोध प्रदर्शन किया था. हमने ये विरोध प्रदर्शन देशभर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोधध में किया था. जिस वीडियो को लेकर आपने सवाल पूछा है ये उसी विरोध प्रदर्शन का है.’’
हमें द हिंदू और आउटलुक में भी इससे संबंधित खबरें मिलीं. आउटलुक की 5 फरवरी की रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे शिवसेना ने पूरे महाराष्ट्र में एक जैसे प्रोटेस्ट किए.
इसका मतलब साफ है कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र का है. सोशल मीडिया पर इसे गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि बजरंग दल केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है.
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