सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल हैं, जिनमें भारतीय उद्योगपति और टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरपर्सन रतन टाटा (Ratan Tata) और सैन्य बस की तस्वीर है.
दावा : फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि रतन टाटा ने भारतीय सेना को ऐसी कई बुलेट और बॉम्ब प्रूफ बसें उपलब्ध कराई हैं.
क्या ये सच है ? : ये दावा गलत है.
ये बस सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) को हैदराबाद की मेटल उत्पादक कंपनी मिश्रा धातु निगम लिमिटेड (MIDHANI) की तरफ से साल 2017 में उपलब्ध कराई थी.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल फोटो में से बस की फोटो वाले हिस्से को काटकर गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें X पर CRPF के ऑफिशियल हैंडल से किया गया 7 सितंबर 2017 का पोस्ट मिला.
इस पोस्ट में वही सैन्य बस थी, जो वायरल फोटो में है.
नीचे दोनों तस्वीरों की तुलना आप देख सकते हैं.
फोटो के साथ दिए कैप्शन में बताया गया है कि #MakeInIndia मुहिम के तहत MIDHANI की तरफ से बनाई गई सैन्य बस, भाभा कवच और लाइटवेट बीपी जैकेट CRPF को उपलब्ध कराई गई थीं.
कुछ और कीवर्ड सर्च करने पर हमें NDTV India पर 7 सितंबर 2017 की एक वीडियो रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट में बताया गया है कि ये बुलेट प्रूफ बसें MIDHANI ने प्रमुख तौर पर जम्मू-कश्मीर में इस्तेमाल किए जाने के लिए बनाई थीं.
बस के अलावा भी, CRPF को भारत की सबसे कम वजन वाली बुलेट प्रूफ जैकेट भाभा कवच और कुछ हथियार भी उपलब्ध कराए गए थे.
टाटा ग्रुप की ही कंपनी Tata Advanced Systems द्वारा सैन्य हथियार और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग से जुड़े उपकरण बनाए जाते हैं. हमने सर्च किया कि क्या इस कंपनी ने ऐसी कोई बॉम्ब प्रूफ बस बनाई है? ऐसी कोई जानकारी हमें नहीं मिली.
हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट भी नहीं मिली, जिसमें टाटा ग्रुप की तरफ से जारी किया गया सेना को बस उपलब्ध कराने से जुड़ा बयान हो.
द क्विंट ने टाटा ग्रुप से इस दावे को लेकर संपर्क किया है, जवाब आने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
निष्कर्ष : मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा सच नहीं है कि रतन टाटा ने वायरल फोटो में दिख रही बुलेट प्रूफ बस सेना को उपलब्ध कराई. ये बस MIDHANI ग्रुप ने CRPF को सितंबर 2017 में दी थी.
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