सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें लोगों को चेतावनी दी गई है कि वो Google Pay का इस्तेमाल सावधानी से करें. दावा किया गया है कि ये रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से मान्यता प्राप्त 'पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर' नहीं है.
इसमें कहा गया है कि लोगों को इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी चाहिए. अगर इसका इस्तेमाल करने पर कोई समस्या होती है तो कोई दावा नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये RBI के दायरे से बाहर है.
हालांकि, पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला. हमने पाया कि Google Pay नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से अप्रूव्ड थर्ड पार्टी ऐप है.
पहले भी Google और NPCI ने स्टेटमेंट जारी कर स्पष्ट किया है कि Google Pay कानून के हिसाब से काम करता है. इसके अलावा, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ऐप्स को थर्ड पार्टी ऐप के रूप में मान्यता प्राप्त है. इसलिए इन्हें 'पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर' होने की जरूरत नहीं है.
दावा
दावे में कहा गया है कि Google Pay ''ऑथराइज्ड पेमेंट सिस्टम'' की लिस्ट में नहीं है. इसलिए, इस ऐप के जरिए ट्राजैंक्शन करने पर अगर कोई समस्या होती है तो उस पर कोई दावा नहीं किया जा सकता है.
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को शेयर किया है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने NPCI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर देखा और पाया कि Google Pay यूपीआई सेक्शन के तहत थर्ड पार्टी ऐप्स वाली लिस्ट में आठवें नंबर पर लिस्टेड है.
गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें 20 जून 2020 का India Today पर पब्लिश एक आर्टिकल मिला. आर्टिकल का टाइटल था, "Google Pay not a payment system operator: RBI to HC".
रिपोर्ट के मुताबिक, RBI ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया था कि Google Pay पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर नहीं है, क्योंकि ये किसी भी पेमेंट सिस्टम को ऑपरेट नहीं करता है. हालांकि, आर्टिकल के अपडेटेड वर्जन में बताया गया था कि RBI ने दिल्ली हाईकोर्ट को जो बताया उससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई है. साथ ही, इसमें गूगल की ओर से जारी किया गया स्पष्टीकरण भी शामिल था.
Google ने 24 जून 2020 को एक ट्वीट थ्रेड में स्टेटमेंट भी शेयर किया था.
कंपनी की ओर से जारी स्टेटमेंट में बताया गया था कि उनका मोबाइल ऐप्लिकेशन 'पूरी तरह से कानून के मुताबिक ऑपरेट करता है''. साथ ही ये भी बताया गया था कि ट्रांजैक्शन RBI/NPCI की ओर से निर्धारित रेड्रेसल प्रोसेस (निवारण प्रक्रियाओं) से प्रोटेक्टेड है.
हमें जून 2020 का NPCI का एक प्रेस स्टेटमेंट भी मिला, जिसमें बताया गया था कि Google Pay एक क्लासीफाइड थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर (TPAP) है जो उनके यूपीआई फ्रेमवर्क के मुताबिक काम करता है.
आगे ये भी स्पष्ट किया गया था कि सभी ऑथराइज्ड TPAP से किए गए ट्रांजैक्शन NPCI और RBI की ओर से निर्धारित रेड्रेसल प्रोसेस से प्रोटेक्टेड हैं.
मतलब साफ है, एक फेक तस्वीर शेयर कर ये गलत दावा किया जा रहा है कि Google Pay के जरिए किए गए ट्रांजैक्शन RBI की ओर से ऑथराइज्ड नहीं हैं. इसलिए इसका इस्तेमाल करने में सावधानी बरतनी चाहिए.
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