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दुबई की मस्जिद में राम भजन गाती मुस्लिम महिलाओं का नहीं ये वीडियो 

आंध्रप्रदेश के सत्य साईं आश्रम में भजन गाती महिलाओं के वीडियो को दुबई की मस्जिद का बताया जा रहा 

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें बुर्का पहने महिलाएं राम भजन गाती दिख रही हैं. दावा किया जा रहा है कि वीडियो दुबई का है और वहां कि मुस्लिम महिलाओं ने मस्जिद में राम भजन गाने की परंपरा शुरू की.

वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया कि ये वीडियो दुबई नहीं आंध्र प्रदेश का है. सत्य साईं आश्रम के साल 2012 में हुए एक आयोजन में हिंदू धर्म के अलावा इस्लाम और सूफिज्म से जुड़े गीत भी गाए गए थे, इसी आयोजन के वीडियो के एक हिस्से को गलत नैरेटिव से शेयर किया जा रहा है.

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दावा

वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - दुबई में मुस्लिम ओरतो ने नई पहल करते हुए मस्ज़िद में राम भजन प्रस्तुत किया और उनके शेख पतियों ने ताली बजाकर लय बद्ध उनका साथ दिया, हिन्दुस्तान में होता तो इस्लाम खतरे में आ जाता। शेयर किजिये और 125 करोड लोगो तक पहुचाये.

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फेसबुक पर भी वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

वीडियो के कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें Sri Sathya Sai Official यूट्यूब चैनल पर 17 जुलाई 2012 का वीडियो मिला.

वीडियो की शुरुआत में महिलाओं को इस्लाम और सूफिज्म से जुड़े गीत गाते देखा जा सकता है. 44 मिनट का वीडियो गुजरने के बाद वह हिस्सा आता है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

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कैप्शन से पता चलता है कि वीडियो सत्य साईं बाबा इंटरनेटशनल ऑर्गेनाइजेशन के "प्रशांति" स्थित आश्रम का है. जहां बहरीन, ईरान, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब, सीरिया, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात समेत 94 खाड़ी देशों के अनुयायी शामिल हुए थे.  प्रशांति नीलायम सत्य साईं बाबा का प्रमुख आश्रम है, जो आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित है.

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द क्विंट की वेबकूफ टीम 2018 में भी इस वीडियो की पड़ताल कर चुकी है. द क्विंट को इमेल पर दिए जवाब में सत्य साई बाबा इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ने बताया था कि वीडियो में भजन गाते दिख रहे सभी लोग मुस्लिम या अरब नहीं हैं, हां इनमें से कुछ जरूर हैं.

जवाब में आगे कहा गया कि इस तरह के इवेंट धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किए जाते हैं. सत्य साईं बाबा का भी भक्तों को यही संदेश था.

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मतलब साफ है - वायरल वीडियो में किया जा रहा ये दावा झूठा है कि वायरल वीडियो में दिख रही महिलाएं मस्जिद में बैठकर राम भजन गा रही हैं. पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि इस दौरान इस्लाम और सूफिज्म से जुड़े गीत भी गाए गए.

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