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केजरीवाल ने नए साल पर जामा मस्जिद में नमाज पढ़ी? झूठा है दावा

तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है

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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टोपी और स्कार्फ पहने नमाज पढ़ते हुए एक तस्वीर वायरल हो रही है. झूठा दावा किया जा रहा है कि केजरीवाल ने 2021 के पहले दिन दिल्ली की जामा मस्जिद में नमाज पढ़ी.

हालांकि, तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है जब केजरीवाल ने रमजान के महीने में पंजाब के संगरूर में मलेरकोटला में नमाज पढ़ी थी.

दावा

तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है: “बड़ी खब़र: साल के पहले दिन जामा मस्जिद जाकर दिल्ली के मालिक जनाब भो श्री अरविंद केजरीवाल ने पढ़ी नमाज़ देश और दिल्ली के लिये पढ़ी दुआ ।”

तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है
तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है
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इस तस्वीर को सबसे पहले इस झूठे दावे के साथ ‘LowBPNews’ नाम के ट्विटर अकाउंट ने शेयर किया था. इस अकाउंट के बायो में लिखा है कि 'इनकी न्यूज सच से दूर होती है.'

तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है

हमें क्या मिला?

तस्वीर पर एक रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें हिंदी अखबार जनसत्ता की 7 जुलाई 2016 की एक स्टोरी मिली. इसमें केजरीवाल की नमाज पढ़ते हुए तस्वीरें थीं.

स्टोरी में AAP पंजाब की तरफ से 2016 में ट्वीट की गई ओरिजिनल इमेज का स्क्रीनशॉट था. ट्वीट में पंजाबी में लिखा था, "ईद की सभी को मुबारकबाद."

ट्विटर पर एक कीवर्ड सर्च से हमें असली ट्वीट भी मिला.

तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है
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साफ है कि जैसा दावा किया गया है, तस्वीर हाल की नहीं है.

इसके अलावा, केजरीवाल ने रमजान में रोजा खोलने से पहले पंजाब के संगरूर में मलेरकोटला में नमाज पढ़ी थी, न कि दिल्ली की जामा मस्जिद में.

‘Kejriwal namaz’ के कीवर्ड सर्च से हमें हिंदुस्तान टाइम्स कंटेंट सर्विसेज (HTDS) पर तस्वीर के कई एंगल मिले.

तस्वीर असल में जुलाई 2016 की है

HT के फोटोग्राफर भारत भूषण की खींची हुई तस्वीर पर कैप्शन था, "टोपी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रमजान के पाक महीने में रोजा खोलने से पहले पटियाला में संगरूर के मलेरकोटला में 4 जुलाई 2016 को नमाजियों के साथ नमाज पढ़ी."

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