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‘Go Back Modi’ लिखी ये तस्वीर तमिलनाडु की नहीं, फेक है दावा

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे

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सोशल मीडिया में कोलकाता की लगभग एक साल पुरानी फोटो को तमिलनाडु की बताकर शेयर किया जा रहा है. इसमें सड़क पर 'Modi Go Back' यानी 'मोदी वापस जाओ' लिखा दिख रहा है. यह फोटो नरेंद्र मोदी के 14 फरवरी, रविवार के तमिलनाडु दौरे के समय वायरल हुई.

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे.

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दावा

फोटो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है: “#GoBackModi festival all over the street...(state of Tamil Nadu big breaking) (sic)” यानी तमिलनाडु में हर जगह लोग मोदी वापस जाओ की बात कर रहे हैं.

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
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(सोर्स: फेसबुक/स्क्रीनशॉट)

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस फोटो को ट्विटर और फेसबुक में इस दावे के साथ शेयर किया कि ‘mood in Tamil Nadu’ यानी तमिलनाडु में लोगों का मूड.

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)
ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)
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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)
ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने वायरल हो रही इस फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करके देखा तो हमें पत्रकार मयूख रंजन घोष का एक ट्वीट मिला जिसे उन्होंने 11 जनवरी 2020 को शेयर किया था.

इस ट्वीट में इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा गया था, The tweet that carried the viral image reads: “This is one of the busiest roads in Kolkata. #Esplanade. Lakhs and lakhs of people commute, jam packed traffic r seen. Just look at this place tonight. Roads turned into graffitis, no traffic, all roads blocked, students protesting overnight. (sic)”

हिंदी अनुवाद : ''यह कोलकाता की सबसे व्यस्त रोड है. यहां पर लाखों लोग इकट्ठा हुए हैं. फोटो में इस भीड़ को देखा जा सकता है. आज रात इस जगह को देखिए. रोड पर चित्र बनाए गए हैं. ट्रैफिक नहीं है. सभी लोड ब्लॉक हैं. स्टुडेंट्स ने रातभर विरोध प्रदर्शन किया.''

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान खींच गया था
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

वायरल फोटो को ध्यान से देखने पर हमें एक बिल्डिंग में लिखा हुआ दिखा: ‘Metro Channel Control Post Hare Street Police Station’.

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
फोटो में दिख रही बिल्डिंग कोलकाता में है
सोर्स: ट्विटर/Altered by The Quint)

हमने इस पते को गूगल मैप में सर्च किया और पाया कि ये जगह कोलकाता में है.

इसके बाद हमने गूगल मैप पर मिलती-जुलती फोटो को इस वायरल फोटो से कंपेयर किया तो हमें दोनों फोटो में कई एक जैसी चीजें देखने को मिलीं.

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
बांए: वायरल फोटो, दाएं: गूगल मैप पर मौजूद फोटो
(फोटो: ALtered by The Quint)

हमें इस वायरल हो रही फोटो से जुड़ी जनवरी 2020 की कई मीडिया रिपोर्ट्स भी मिलीं. स्क्रोल और द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स में जमीन पर बनें इन चित्रों की अलग-अलग ऐंगल से खींची गई फोटो का इस्तेमाल किया गया था.

ये फोटो जनवरी 2020 की है जिसे कोलकाता में उस समय खींचा गया था जब देशभर में ‘CAA’ के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे
मीडिया रिपोर्ट में छपी फोटो
(सोर्स: वेबसाइट/स्क्रीनशॉट)

आर्टिकल में लिखा गया था कि कोलकाता में नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध कर रहे लोगों ने उस समय पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहे पीएम नरेंद्र मोदी के लिए एक संदेश दिया है.

हमने इसके पहले भी इस वायरल फोटो की पड़ताल की थी जिसे इस गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा था कि ये फोटो बिहार विधानसभा चुनावों के समय की है.

मतलब साफ है कि कोलकाता की लगभग एक साल पुरानी फोटो को तमिलनाडु की बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

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