दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक जैसी वर्दी पहने कुछ लोग दीवार फांदकर घर में घुस रहे हैं. और फिर वहां लोगों के साथ मारपीट करते हैं. इस वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये कश्मीर की हिंसा का है.
वीडियो में वर्दीधारी लोगों के हाथ में लाठी और बंदूक है. वो घरों से लोगों को बाहर खींचते हुए दिखाई दे रहे हैं. महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही हैं.
ये वीडियो कश्मीर से है या नहीं? इसकी सच्चाई जानने के लिए एक यूजर ने द क्विंट को वीडियो भेजा था. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है- "देखो कश्मीर का हाल. हमारी मीडिया और बीजेपी वाले कहते हैं कि कश्मीर में शांति है."
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से राज्य में कथित रूप से अराजकता फैलाए जाने के सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आ चुके हैं.
क्या है सच्चाई?
दरअसल, ये पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर का एक पुराना वीडियो है. इसका कश्मीर से कोई संबंध नहीं है. 2013 का ये वीडियो पहले भी 2017 और 2018 में अलग-अलग झूठे दावे के साथ वायरल हो चुका है.
पड़ताल में क्या पाया?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बारे में काफी रिसर्च किया, तो unewstv नाम की एक वेबसाइट पर पहुंचे. इस वेबसाइट के मुताबिक, वीडियो पाकिस्तान के फैसलाबाद में घटी एक घटना का है. वीडियो में दिख रहे लोग काली जैकेट पहने हुए हैं इसमें से कुछ की जैकेट के पीछे 'नो फीयर' लिखा है, जो पाकिस्तान में पंजाब एलिट फोर्स से जुड़ा हुआ है.
हमने 'एलिट फोर्स' कीवर्ड को खास तौर से तस्वीर और लोकेशन के साथ खोजा, तो बीबीसी हिंदी और पाकिस्तान के समाचार चैनल दुनिया टीवी और रोज टीवी की कुछ रिपोर्ट मिली. इन न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो 2013 का है जब पाकिस्तान की एलिट फोर्स के सदस्यों ने लोगों के घरों में घुसकर उनके साथ मारपीट की थी.
बीबीसी हिंदी ने बताया कि लोगों ने इलाके में बिजली कटने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों के घरों में घुसकर उनकी पिटाई की. रिपोर्ट के मुताबिक, एलिट फोर्स के कम से कम पांच लोगों को बाद में सस्पेंड कर दिया गया था.
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