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भारत के समर्थन में शपथ लेते POK के लोगों का नहीं है ये वीडियो

Fact-Check: यह वीडियो अगस्त 2023 का है और इसे हाल का बताकर गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है.

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इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कई लोग भारत और उसकी सेना का समर्थन करने की शपथ ले रहे हैं.

क्या है दावा?: दावे में कहा गया है कि वीडियो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के लोग भारत के प्रति अपना समर्थन दिखा रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स के साथ भोपाल से बीजेपी (BJP) सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी इस दावे को शेयर किया है.

  • इस पोस्ट का अर्काइव यहां देखें 

    (सोर्स- X/स्क्रीनशॉट)

(यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखे जा सकते हैं.)

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इस वीडियो का सच क्या है?: यह वीडियो अगस्त 2023 का है और इसमें जम्मू-कश्मीर के उरी में गुज्जर और बकरवाल समुदायों के प्रदर्शन को दिखाया गया है.

Fact-Check: यह वीडियो अगस्त 2023 का है और इसे हाल का बताकर गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है.

ये स्क्रीनशॉट वायरल वीडियो के हैं.

(सोर्स: Altered by The Quint)

हमनें सच का पता कैसे लगाया: हमने वीडियो में लोगों को तख्तियां पकड़े देखा, जिन पर लिखा था, "गुर्जर बकरवाल एकता जिंदाबाद."

  • यहां से अंदाजा लगाते हुए हमने गूगल पर वीडियो के कुछ कीफ्रेम को सर्च किया. हमने सर्च में इससे मिलते-जुलते कुछ कीवर्ड्स भी इस्तेमाल किए.

  • इससे हमें फेसबुक पर 19 अगस्त 2023 को 'The Gujjars of Uri and J&K' नाम के पेज से शेयर किया गया एक वीडियो मिला.

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  • इसके कैप्शन में कहा गया है कि यह वीडियो जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उरी में 'ST बचाओ आंदोलन' का है.

  • कैप्शन में कहा गया, "उरी के गुज्जर बकरवाल लोग अपनी भारतीय सेना का समर्थन करने और संविधान, लोकतंत्र और देश की एकता को बचाने की शपथ लेते हैं."

  • हमें 21 अगस्त 2023 को शेयर किए गए उसी वीडियो के साथ एक और पोस्ट भी मिली जिसके कैप्शन में कहा गया है कि इस प्रदर्शन के नेता रफीक बालोटे हैं.

प्रदर्शन करते नेता ने दी सफाई: ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल, उरी के अध्यक्ष रफीक बालोटे, जिन्हें वायरल वीडियो में माइक्रोफोन पर बोलते हुए देखा जा सकता है, उन्होंने टीम वेबकूफ को बताया कि यह वीडियो हाल का नहीं है.

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  • उन्होंने आगे कहा, "यह वीडियो 18 अगस्त 2023 का है और उरी, जम्मू-कश्मीर का है. हम POK के निवासी नहीं हैं, जैसा कि दावा किया गया है."

  • उन्होंने कहा कि वीडियो में गुज्जर और बकरवाल समुदाय के लोग दिख रहे हैं.

  • 28 जुलाई 2023 को मुस्लिम गुज्जर-बकरवाल जनजाति के सदस्यों ने संविधान (जम्मू और कश्मीर) अनुसूचित जनजाति आदेश (संशोधन) विधेयक 2023 के जरिए से अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में "पहाड़ी जातीय समूह" को शामिल करने के केंद्र सरकार के कदम के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जो 26 जुलाई 2023 को लोकसभा में पारित किया गया था.

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निष्कर्ष: जम्मू-कश्मीर के उरी का एक पुराना वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि POK के लोग भारतीय सेना के प्रति समर्थन दिखा रहे हैं.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 , या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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