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हैदराबाद का पुराना वीडियो रामनवमी पर हुई हिंसा से जोड़कर गलत दावे से वायरल

रामनवमी हिंसा के बाद के बताए जा रहे वीडियो में पुलिस कुछ युवकों को बलपूर्वक हिरासत में ले जाती दिख रही है

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें वर्दी में पुलिसकर्मी घर में घुसते हैं और फिर एक युवक को बलपूर्वक खींचते हैं.

दावा : वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि गुजरात के बड़ोदरा में पुलिस ने उस मुस्लिम शख्स को गिरफ्तार किया, जिसने रामनवमी (Ramnavami)की यात्रा पर पत्थर फेंके थे.

वीडियो को लेकर एक अन्य दावा भी किया जा रहा है कि इसमें महाराष्ट्र पुलिस उस शख्स को गिरफ्तार करती दिख रही है, जो छत्रपति शिवाजी नगर में रामनवमी जुलूस के खिलाफ भड़के दंगे में शामिल था.

यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखें.

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ये वीडियो कहां का है ? : विजुअल अगस्त 2022 की घटना के हैं और ये हैदराबाद की घटना थी. हैदराबाद पुलिस ने निलंबित बीजेपी नेता टी राजा सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ युवकों को हिरासत में लिया था. ये सब उस दौरान हुआ, जब टी राजा सिंह ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था.

हमने ये सच कैसे पता लगाया ?: वायरल वीडियो को इनविड एक्सटेंशन के जरिए हमने कई की-फ्रेम्स में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च किया.

  • हमें डिजिटल न्यूज पोर्टल News Minute पर 25 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया यूट्यूब वीडियो मिला.

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  • वीडियो में वायरल हो रही क्लिप वाला हिस्सा 0:01 सेकेंड पर, 1:46 मिनट पर और फिर 2:47 मिनट पर देखा जा सकता है.

  • वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि 24 अगस्त 2022 को हैदराबाद पुलिस ने पुराने शहर के कुछ घरों में दबिश दी और बलपूर्वक कुछ युवकों को हिरासत में लिया. ये सब उस घटना के बाद हुआ जब कुछ इलाकों में पुलिस पर पत्थरबाजी हुई थी.

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  • वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें एक बोर्ड दिखा, जिसपर Shaffaf लिखा हुआ था.

  • गूगल मैप पर इससे जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमें पता चला कि ये जगह हैदराबाद के पुराने शहर में स्थित शाह अलि बांदा इलाके में है.

  • वायरल वीडियो और गूगल स्ट्रीट व्यू के विजुअल्स में कई तरह की समानताएं देखी जा सकती हैं.

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हैदराबाद का ये पूरा विवाद क्या था ? : द क्विंट ने 23 अगस्त 2022 को टी. राजा सिंह के खिलाफ हुए इस प्रदर्शन को लेकर रिपोर्ट भी की थी. जब टी राजा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए बयान के बाद पुलिस ने कुछ युवाओं को गिरफ्तार किया था.

  • रिपोर्ट में बताया गया है कि हिरासत में लिए गए युवाओं के अभिभावकों ने आरोप लगाया कि उनके बच्चे निर्दोष हैं और वो प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए थे.

  • आगे बताया गया है कि टी. राजा सिंह को 22 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया गया पर बाद में उसे जमानत मिल गई. हालांकि, 25 अगस्त 2022 को तेलंगाना पुलिस ने फिर टी. राजा सिंह को गिरफ्तार किया.

  • ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने 90 लोगों को छोड़ दिया था.

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रामनवमी पर तनाव : रामवमी पर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, गुजरात, तेलंगाना, बिहार और उत्तरप्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में तनाव की स्थिति देखी गई.

  • रामनवमी के दिन गुजरात के बड़ोदरा में पत्थरबाजी की खबरें आई थीं,

  • महाराष्ट्र के छत्रपति शंभाजी नगर में भी 30 मार्च को दो समूहों के बाद तनाव की स्थिति पैदा हुई. ये सब रामनवमी में कथित तौर पर लगाए गए आपत्तिजनक नारों के बाद हुआ था.


निष्कर्ष : मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर हैदराबाद का पुराना वीडियो रामनवमी पर हुई हिंसा से जोड़कर गलत दावे से वायरल है.


ये वीडियो अक्टूबर 2022 से ही इंटरनेट पर वायरल है. पहले इसे उत्तरप्रदेश का बताकर गलत दावे से शेयर किया गया था, आप हमारी पिछली फैक्ट चेक रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं.

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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