दावा
सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि बीजेपी कार्यकर्ता अमित शाह के इशारे पर पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन और तोड़ फोड़ की गई. तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा है, "ये हैं बीजेपी के सीधे-साधे भोले-भाले कार्यकर्ता, जो एक स्वच्छ छवि वाले नेता "अमित शाह" के इशारे पर शांति पूर्ण तरीके से बंगाल में रोड शो कर रहे हैं!”
क्विंट को ये तस्वीरें व्हाट्सअप हेल्पलाइन नंबर पर मिली है, लेकिन ये तस्वीरें लोकसभा चुनाव के दौरान ही वायरल हो गई थीं.
दावे में कितनी सच्चाई?
इन तस्वीरों को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है. न तो ये तस्वीरें हाल की हैं और न ही ये अमित शाह के आदेश पर बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखाती हैं.
हालांकि, ये सच है कि पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई. 14 मई को कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान विद्यासागर कॉलेज के पास में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुईं थी.
जानिए, इन तस्वीरों की सच्चाई
- पहली तस्वीर बंगाल नहीं, जमशेदपुर की है
इस इमेज को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर पता चलता है कि इस तस्वीर को साल 2012 में हिंदुस्तान टाइम्स ने पब्लिश्ड की थी. तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, "जमशेदपुर में पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के दौरान एक वाहन को नुकसान पहुंचाया."
दूसरी तस्वीर उत्तर प्रदेश की है
ये दूसरी तस्वीर भी गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है. कुछ बाते हैं जो बताती है कि ये बंगाल की नहीं बल्कि किसी दूसरे राज्य की है.
तस्वीर में ध्यान से देखिए,टॉप लेफ्ट साइड में उत्तर प्रदेश के वर्तमान उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की तस्वीर है. उपमुख्यमंत्री की तस्वीर के ऊपर लिखा है "सेतु गोमती". जबकि राइट साइड में एक होल्डिंग पर लिखा दिख रहा है "विशाल दर्शन".
2010 की द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गोमती नदी के पास झूले लाल पार्क में महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्यव्यापी रैली की थी. इसी दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया था, जब उन्हें पुलिस ने बैरिकेडिंग से रोक दिया गया था. राजनाथ सिंह जैसे सीनियर बीजेपी नेता भी झड़प के दौरान मामूली रूप से घायल हुए थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)