चीन में कोरोनावायरस से अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में जिस तेजी से यह वायरस फैल रहा है उसने इसके पब्लिक हेल्थ सिस्टम के सामने एक नई समस्या पैदा कर दी है. यहां इस वायरस से बचाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले N95 मास्क की भारी किल्लत पैदा हो गई है. N95 मास्क के लिए अब चीन ने भारतीय कंपनियों से सप्लाई तेज करने को कहा है.
न्यू ईयर की छुट्टियां बढ़ने से घट गया मास्क का प्रोडक्शन
चीन की सरकार ने कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते ही न्यू ईयर की छुट्टियां बढ़ा दी थीं. इस वजह से फैक्टरियों में उत्पादन कम हो गया है. इससे मास्क की इतनी कमी हो गई है कि अस्पताल लोगों से मास्क डोनेट करने के लिए कह रहे हैं.
ब्रिटिश टेबलॉयड डेली मेल के मुताबिक लोग मास्क की कमी की वजह से मुंह और नाक को ढकने के लिए अजीबोगरीब तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं. कहीं लोग प्लास्टिक से मुंह ढके हुए हैं. कहीं तरबूज के खोल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो कहीं ब्रा से मुंह ढके नजर आ रहे हैं.
चीन को सप्लाई के लिए भारत की फैक्टरियों में रात-दिन काम
गार्जियन में छपी खबरों के मुताबिक मास्क की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि लोग ज्यूजियांग और जियांगजी में फैक्टरियों के गेट पर जमा हो रहे हैं. इनके दाम दाम 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं.
सप्लाई बढ़ाने के लिए चीनी अधिकारियों ने भारतीय कंपनियों से भी संपर्क किया है. मदुरै में N95 मास्क बनाने वाली कंपनियों की फैक्टरियों में इन दिनों रात-दिन काम हो रहा है.
इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक मदुरै में एएम मेडिवेयर के मैनेजर ने बताया कि इस वक्त उनकी कंपनी में 150 लोग मास्क बनाने में लगे हुए हैं.इसके साथ ही जूते, हेडकवर आदि भी बनाए जा रहे हैं.ये भी मास्क साथ ही चीन भेजे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मास्क के भारतीय निर्यातकों से उन्हें काफी बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं.
क्या है N95 मास्क?
N95 मास्क मास्क में छह लेयर्स होते हैं. इससे माइक्रो बैक्टीरिया या वायरस सांस के जरिये शरीर के अंदर नहीं जा पाते. पिछले दिनों भारत के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ने के बाद N95 मास्क की मांग यहां भी काफी बढ़ गई थी.
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