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Boris Johnson: पत्रकार, मेयर, PM, भारत के दामाद और कोरोना नियम तोड़ने वाले जॉनसन

Boris Johnson : जॉनसन का कनेक्शन पत्रकारिता से भी रहा. पहले वे द स्पेक्टेटर के संपादक भी रह चुके हैं

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यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है. जॉनसन की सरकार पर पहले से ही खतरा मंडरा रहा था, फिर पिछले दिनों सरकार के दो केंद्रीय मंत्री ऋषि सुनक और साजिद जाविद के इस्तीफे ने इस बात को जोर दिया.

कानून तोड़ने पर जिसे जुर्माना भरना पड़ा, जो एक बार पार्टी से निकाल दिए गए और खुद को भारत का दामाद बताने वाले बोरिस जॉनसन के बारे में जानते हैं...

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बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं जो 7 मई 2015 को Uxbridge और South Ruislip के संसद सदस्य के रूप में चुने गए और 2017 और 2019 में फिर से वे यहीं से चुने गए. 24 जुलाई 2019 को वे UK के प्रधानमंत्री बने. इससे पहले 13 जुलाई 2016 से 9 जुलाई 2018 तक उन्होंने विदेश सचिव के रूप में काम किया. 2008-2016 के बीच वे 8 सालों तक लंदन के मेयर बने रहे.

पेंटिंग और टेनिस का शौक रखने वाले जॉनसन थेम्स में हेनले से सांसद रह चुके हैं. इसके अलावा वे कला और उच्च शिक्षा के लिए शेडो मंत्री रह चुके हैं. शेडो मंत्री यानि हर सरकारी मंत्री के विपक्ष में विपक्ष का एक मंत्री जिसे उस मंत्रालय का शेडो मंत्री कहते हैं. उस सरकारी मंत्री के कामकाज की शेडो मंत्री समीक्षा करता रहता है.

जॉनसन का कनेक्शन पत्रकारिता से भी रहा. पहले वे द स्पेक्टेटर के संपादक भी रह चुके हैं. उन्होंने संपादक और स्तंभकार दोनों के रूप में पत्रकारिता के लिए कई पुरस्कार जीते हैं और द टेलीग्राफ के लिए एक साप्ताहिक कॉलम भी लिखा है. वह कई पुस्तकों के लेखक भी हैं, विशेष रूप से द चर्चिल फैक्टर, जॉनसन लाइफ ऑफ लंदन, हैव आई गॉट व्यूज फॉर यू और ड्रीम्स ऑफ रोम.

कोरोना नियम तोड़ने पर लग चुका है जुर्माना

बोरिस जॉनसन यूके के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनपर नियमों का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया गया. इसी साल अप्रैल में कोरोना कानूनों का उल्लंघन करने के लिए उन्होंने सांसदों से माफी मांगी. तब भी विपक्ष ने जॉनसन को इसके लिए पद छोड़ने के लिए कहा था.

जॉनसन पर यह जुर्माना 12 अप्रैल को लगाया गया था जिसके बाद पहली बार संसदों को संबोधित करते हुए उन्होंने दोहराया कि उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने कुछ गलत किया है. जॉनसन ने जून 2020 में अपने जन्मदिन पर एक कार्यालय सभा में भाग लिया था उस समय ब्रिटेन एक महामारी से जूझ रहा था और लॉकडाउन नें था.

अपने संबोधन में जॉनसन ने कहा, "यह मेरी गलती थी और मैं इसके लिए क्षमा चाहता हूं, ब्रिटिश जनता को अपने प्रधानमंत्री से बेहतर की उम्मीद करने का अधिकार है".
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बोरिस जॉनसन का भारत से कनेक्शन

बोरिस जॉनसन के भारत से कनेक्शन होने की बात तब उठी जब उन्होंने खुद को भारत का दामाद बताया. दरअसल बोरिस जॉनसन को हिंदू और भारतीयों का समर्थक माना जाता है. ऐसा लगता है कि उन्हें भारतीयों का बड़े पैमाने पर चुनाव में समर्थन मिला. वे कई बार खुद को भारत का दामाद बता चुके हैं.

भारत के जाने-माने लेखक पत्रकार खुशवंत सिंह के छोटे भाई दलजीत सिंह की शादी एक सिख महिला दीप से हुई थी. इस शादी से दीप को दो बेटियां हुईं. दलजीत सिंह और दीप की ही बेटी मरीना बोरिस जॉनसन की पत्नी बनीं. दोनों की शादी करीब 25 सालों तक चली इसके बाद वे अलग हो गए.
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सांसद क्रिस पिंचर की वजह से मंत्रियों ने छोड़ा जॉनसन का साथ

कोरोना नियमों का उल्लंघन करना उनके मंत्रियों की बगावत की एक वजह रही है इसके अलावा उनकी पार्टी के सांसद क्रिस पिंचर का समर्थन करना भी उनकी पार्टी के मंत्रियों को ठीक नहीं लगा.

मीडिया में छपी खबरें बताती हैं कि सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद क्रिस पिंचर ने लंदन के एक प्राइवेट क्लब में दो मर्दों को आपत्तिजनक तरीके से छुआ था. इसके बावजूद बोरिस जॉनसन ने इसी साल फरवरी में पिंचर को पार्टी का डिप्टी चीफ व्हिप नियुक्त किया था. हालांकि बाद में पिंचर को इस्तीफा देना पड़ा. पिंचर के खिलाफ कथित यौन दुर्व्यवहार से जुड़े कम-से-कम छह और मामले सामने आए.

जॉनसन पर सवाल खड़े हुए कि पिंचर के खिलाफ इतने गंभीर आरोपों के बाद भी उन्हें पार्टी में आगे क्यों बढ़ाया जा रहा है. लेकिन जॉनसन ने कहा था कि वे इन आरोपों के बारे में नहीं जानते जिस पर कईयों ने हेरानी जताई है.

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