भारत में होने वाले ब्रिक्स समिट के पहले चीन ने भारत के साथ दो अहम मुद्दों पर अपनी राय रखने की कोशिश की है. एनएसजी की सदस्यता को लेकर चीन ने कहा कि इस बारे में भारत के साथ बातचीत जारी है.
वहीं मसूद अजहर पर चीन ने कहा कि वह एंटी टेरेरिज्म के नाम पर किसी के द्वारा राजनीतिक फायदा उठाए जाने के खिलाफ है.
चीन के उप विदेश मंत्री ली बाडोंग चीनी राष्ट्रपति की भारत यात्रा पर सवालों के जवाब दे रहे थे. राष्ट्रपति शी जिनपिंग 13 से 17 अक्टूबर के बीच तीन देशों की यात्रा पर हैं.
इनमें सबसे पहले वो कंबोडिया जाएंगे. इसके बाद बांग्लादेश और आखिर में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आएंगे. मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रस्ताव को वीटो करने के सवाल पर ली ने कहा,
काउंटर टेरेरिज्म पर किसी भी तरह का धोखा नहीं होना चाहिए और न ही किसी को काउंटर टेरेरिज्म के नाम पर अपने राजनीतिक हित साधने चाहिए.ली बाडोंग, चीनी विदेश मंत्री
वहीं एनएसजी के मुद्दे पर उन्होंने कहा:
ये कानून केवल चीन अकेले नहीं बना सकता. इस मुद्दे पर चीन और भारत के बीच स्वस्थ बातचीत जारी है. हम भारत के साथ आम सहमति बनाने के लिए तैयार हैं और उम्मीद करते हैं कि मामले पर भारत दूसरे देशों से भी बातचीत करेगा.ली बाडोंग, चीनी विदेश मंत्री
ब्रिक्स सम्मेलन 15 अक्टूबर से शुरू होगा और अगले दिन इसका समापन होगा. समापन में बिम्सटेक समूह के देश भी हिस्सा लेंगे.
शी का बांग्लादेश दौरा भी बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि दोनों देशों के बीच इस स्तर का पिछला दौरा 30 साल पहले 1986 में हुआ था.
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