नाॅर्थ कोरिया, अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चेतावनी को दरकिनार कर लगातार न्यूक्लियर टेस्ट करता जा रहा है.
नाॅर्थ कोरिया पर न्यूक्लियर और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने कई प्रतिबंध लगा रखे हैं . लेकिन हाल ही उसने चेतावनी देते हुए बयान दिया है कि अपने नेतृत्व की चुनी हुई ‘किसी भी जगह और किसी भी समय’ न्यूक्लियर टेस्ट कर सकता है. ऐसे में जवाब में अमेरिका उसपर सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
संकट को गहराते देख चीन ने सभी पक्षों को सलाह दी है कि वे शांति बनाए रखें और एक-दूसरे को चिढ़ाना बंद कर दें.
चीन की ये सलाह नॉर्थ कोरिया की ओर से दिए गए उस बयान के बाद आई है, जिसमें उसने कहा था कि अमेरिका उनके देश को न्यूक्लियर वाॅर की तरफ झोंक रहा है. चीन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नॉर्थ कोरिया का इकलौता बड़ा सहयोगी है. अमेरिका ने चीन से अपील की थी कि वो नॉर्थ कोरिया पर अपने न्यूक्लियर और मिसाइल कार्यक्रम बंद करने का दबाव बनाए.
चीन की बात भी नहीं मानी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा भी था कि नाॅर्थ कोरिया ने न्यूक्लियर टेस्ट कर चीन का अपमान किया है. यह बेहद बुरा है.
दरअसल, चीन ने उत्तर कोरिया से मिसाइल परीक्षण और परमाणु कार्यक्रम को बंद करने को कहा था.
अमेरिका ने उत्तर कोरिया की ओर से मिल रही चुनौती और न्यूक्लियर खतरे के जोखिम को मद्देनजर रखते हुए साउथ कोरिया में न्यूक्लियर क्षमता से युक्त एयरक्राफ्ट कैरियर तैनात कर दिया है. अमेरिका, जापान, साउथ कोरिया और फ्रांस इसी चुनौती को ध्यान में रखकर एकसाथ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं.
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि मौजूदा हालात बेहद उलझे हुए और संवेदनशील हैं.
उन्होंने कहा, 'तत्काल इस तकरार को कम करना और बातचीत शुरू करना बेहद जरूरी है. हम सभी संबंधित पक्षों से अपील करते हैं कि वे शांति बनाए रखें और एक-दूसरे को चिढ़ाना बंद कर दें. सभी पक्षों को बातचीत के जरिए इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए.'
अमेरिका, पहले ही कह चुका है कि नॉर्थ कोरिया के संकट को खत्म करने के लिए वो किसी भी तरह के विकल्प का इस्तेमाल कर सकता है. उधर उत्तर कोरिया ने आरोप लगाया है कि अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने उसकी सीमा के अंदर न्यूक्लियर बम गिराने का सैन्य अभ्यास किया.
बन सकती है संघर्ष की स्थिति
ट्रंप ने गुरुवार को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि नॉर्थ कोरिया के साथ एक बेहद गंभीर संघर्ष की स्थिति बन सकती है. चीन ने भी पिछले हफ्ते कहा था कि कोरियन प्रायद्वीप में बना हुआ संकट बढ़कर बेकाबू हो सकता है.
नॉर्थ कोरिया, अबतक 5 न्यूक्लियर टेस्ट कर चुका है. उसने बीते शनिवार को भी एक मिसाइल का असफल परीक्षण किया था.
इसके अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन भी कह चुके हैं कि अमेरिका नाॅर्थ कोरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करना चाहता है. ऐसे में नाॅर्थ कोरिया के मिसाइल परीक्षण के जवाब में अमेरिका उसपर सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
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