भारत-चीन के बीच सिक्किम सेक्टर में डोकलाम को लेकर विवाद जारी है. इस बीच चीन की नौसेना ने समंदर में लड़ने की अपनी क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए हिंद महासागर में लाइव फायर ड्रिल की है.
चीन की सरकारी समाचार समिति शिन्हुआ ने शुक्रवार को कहा कि चीन के युद्धपोत चांगचुन, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट जिंगझोउ और आपूर्ति पोत चाओहू ने पश्चिमी हिंद महासागर में अभ्यास किया.
'दुश्मन' के जहाज पर हमले की तैयारी
चीनी बेडे़ ने कई दिनों तक चेल अभ्यास के दौरान 'दुश्मन ' के जहाजों पर हमले किए. चीनी बेड़े के चीफ ऑफ स्टाफ चेन देनन ने कहा कि अभ्यास का मकसद लड़ाई की वास्तविक परिस्थितियों में जहाजों के प्रदर्शन को बेहतर बनाना है.
खबर के मुताबिक, चीन का बेड़ा एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ओशिनिया की हाफ ईयरली फ्रेंडशीप जर्नी पर है और उसने 23 अप्रैल को यात्रा शुरू होने के बाद से 10 देशों की नौसेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास किया है.
ऐसे में कहा जा रहा है कि सिक्किम के डोकलाम में भारत के साथ गतिरोध के बाद से चीन, तिब्बत में कई बार लाइव फायर अभ्यास करके अपनी सैन्य क्षमताओं को दिखा रहा है.
सिक्किम सेक्टर में क्या है विवाद?
चीन-भारत के बीच जून के महीने से सीमा विवाद चल रहा है. भारत और चीन के बीच सिक्किम सेक्टर के डोकलाम पर गतिरोध उस वक्त शुरू हुआ जब चीनी सेना ने वहां सड़क बनाने का काम शुरू किया. डोकलाम क्षेत्र में सड़क बनाने से भारत की सुरक्षा में सेंध लग सकती है.
ऐसे में भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को सड़क निर्माण से रोक दिया, जिससे चीन बौखलाया हुआ है. चीन ने भारत से तत्काल अपनी सेना हटाने को कहा है. अगर चीन ये सड़क बना लेते है तो भारत के सिलीगुड़ी कॉरीडोर के करीब पहुंच जाएगा. सिलिगुड़ी कॉरीडोर ही भारत को नॉर्थ-ईस्ट से जोड़ने का एकमात्र जरिया है.
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