चीन (China) की सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने सितंबर महीने में 60 से अधिक बार ताइवान के वायु सेना क्षेत्र में घुसपैठ की है.
चीनी सोशल मीडिया की दिग्गज वेइबो (weibo) की रिपोर्ट के अनुसार जहां तक ताइवान (Taiwan) के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र की बात है तो पीएलए (PLA) की द्वारा ना सिर्फ जहाजों की संख्या बढ़ाई गई है बल्कि जहाजों के असल लड़ने की क्षमता और जहाजों की मिशन संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है.
हालांकि, ताइवान वायु सेना द्वारा पीएलए (PLA) को 60 से ज्यादा मौखिक चेतावनियां दी गयी हैं.
ताइवान को एक साल से उकसा रहा चीन
वेइबो मिलिट्री आब्जर्वर (Weibo military observer) ने लिखा, 'हालांकि, ताइवान वायु सेना द्वारा पीएलए (PLA) को वायु सेना क्षेत्र का उल्लंघन करने के लिए सितंबर माह में 60 से ज्यादा मौखिक चेतावनियां दी गयी हैं.'
पिछले साल के बीच सितंबर माह से चीन ने ताइवान के वायु सेना क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमान भेज अपनी 'ग्रे जोन' नीति को बढ़ावा दिया है.
इसमें से ज्यादातर मामले क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिम कोने में होते हैं और आमतौर पर इसमें एक से तीन धीमी गति से उड़ने वाले टर्बोप्रॉप विमान होते हैं.
ताइवान मुख्य भूमि चीन के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित लगभग 24 मिलियन लोगों का लोकतंत्र है. बीजिंग ताइवान पर अपनी पूर्ण संप्रभुता का दावा करता है.
इस तथ्य के बावजूद कि दोनों पक्षों ने सात दशकों से अधिक समय से अलग-अलग शासन किया है. दूसरी ओर, ताइपे ने अमेरिका सहित लोकतंत्रों के साथ संबंध बढ़ाकर चीनी आक्रामकता का मुकाबला किया है, जिसका बीजिंग द्वारा बार-बार विरोध किया गया है.
चीन ने धमकी दी है कि ताइवान की आजादी का मतलब जंग होगा. एक जून को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन के सम्पूर्ण विलय की शपथ ली थी और कहा कि ताइवान की आजादी वाले संघर्षो को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा.
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