दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में कोविड 19 ने तबाही मचा रखी है,अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख के पार हो गई और इससे मरने वाले लोगों की संख्या 59,000 के करीब पहुंच गई है. हालांकि कई राज्यों ने संक्रमण और मौत के मामलों में गिरावट के संकेतों के बीच अपनी अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा,
‘हम मृतकों के साथ-साथ उन अमेरिकियों के लिए प्रार्थना करते रहेंगे, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया. ऐसा पहले कभी कुछ नहीं हुआ. हम दिल से चोट खाए हुए हैं, लेकिन हम मजबूत बने रहेंगे.
अमेरिका मंगलवार को दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जहां कोरोना वायरस के मामले 10 लाख के पार चले गए. यह दुनियाभर में आए 31 लाख मामलों का करीब एक तिहाई है. वहीं अमेरिका में करीब 59,000 लोगों की मौत के साथ ही दुनियाभर में 2,13,000 से अधिक लोगों की मौत की यह एक चौथाई संख्या है.
ट्रंप ने कहा,
अब हमारे विशेषज्ञों का मानना है कि इस वैश्विक महामारी का बुरा दौर बीत चुका है और अमेरिकी हमारे देश को सुरक्षित तथा तेजी से फिर से खोलने की ओर देख रहे हैं. इस परेशानी के वक्त करोड़ों मेहनती अमेरिकियों को बहुत, बहुत बड़े त्याग देने के लिए कहा गया, यह ऐसे बलिदान है जिसके बारे में किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा, किसी ने नहीं सोचा था कि हम कभी किसी ऐसी स्थिति के बारे में बात करेंगे.
कैलिफोर्निया में गवर्नर गैविन न्यूसम ने अपने राज्य को चरणबद्ध तरीके से फिर से खोलने की घोषणा की. कैलिफोर्निया में कोरोना वायरस से 1,800 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. स्कूल और कॉलेज जुलाई-अगस्त से खुल सकते हैं.
कैलिफोर्निया और वाशिंगटन पहले दो राज्य थे जिन्होंने घर में रहने का आदेश लागू किया था. अब देश की 95 प्रतिशत से अधिक आबादी अपने घरों में सिमटी हुई है. टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने भी राज्य को फिर से खोलने के पहले चरण की घोषणा की.
टेनेसी ने सोमवार को रेस्तरां फिर से खोलने की मंजूरी दी और इस सप्ताह के अंत तक रिटेल आउटलेट्स भी खुल सकते हैं.
न्यूयॉर्क 15 मई तक बंद
अमेरिका में कोरोना वायरस का केंद्र बनकर उभरे न्यूयॉर्क में गैर आवश्यक कारोबारों को 15 मई तक बंद रहने का आदेश दिया गया है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने दुनिया में किसी भी अन्य देश के मुकाबले अधिक जांच की है, उन्होंने कहा, ‘‘हम दुनिया में अभी तक किसी भी अन्य देश के मुकाबले अधिक जांच कर रहे हैं...इसलिए और अधिक मामले सामने आ रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम विशेषज्ञों की सुन रहे थे और हम हमेशा विशेषज्ञों की सुनेंगे, लेकिन विशेषज्ञ गलत साबित हुए, कई लोग गलत साबित हुए और कई लोगों को अंदाजा नहीं था कि यह इतना गंभीर होगा.’
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)