डेनमार्क (Denmark) की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन पर शुक्रवार शाम यानी 7 जून को कोपेनहेगन में एक व्यक्ति ने हमला कर दिया. घर से कुछ ही दूर हुए इस हमले से प्रधानमंत्री "स्तब्ध" रह गईं. कोपेनहेगन पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है, लेकिन इस पर और जानकारी देने से इनकार कर दिया.
बीबीसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के हवाले से कहा, "शुक्रवार शाम को कोपेनहेगन के कुल्टोरवेट में प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन पर एक व्यक्ति ने हमला किया, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. प्रधानमंत्री इस घटना से स्तब्ध हैं."
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक आदमी विपरीत दिशा से आया और प्रधानमंत्री के कंधे पर जोर से धक्का मारा, जिससे वह गिर गई, लेकिन वो जमीन पर नहीं गिरी.
घटना के बाद हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, उसकी पहचान और हमले के पीछे का मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है.
यह हमला डेनमार्क में यूरोपीय संघ के चुनाव के लिए मतदान से दो दिन पहले हुआ है.
फ्रेडरिक्सन (46) चार साल पहले सेंटर-लेफ्ट सोशल डेमोक्रेट्स की नेता के रूप में पदभार संभालने के बाद 2019 में प्रधानमंत्री बनीं. इस तरह वह डेनिश इतिहास की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बन गईं.
यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने इस हमले को "घृणित कृत्य" बताया है.
यूरोपीय परिषद के प्रेसिडेंट चार्ल्स मिशेल ने एक्स पर कहा, "मैं इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं."
स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन और विदेश मंत्री टोबियास बिलस्ट्रॉम ने भी हमले की निंदा की है.
पिछले ही महीने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को गोली मारी गई थी, हालांकि वो बच गए. इसके अलावा, जर्मनी में चुनाव प्रचार के दौरान पिछले महीने सोशल डेमोक्रेट नेता एमईपी मैथियास की पिटाई की गई थी.
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