गोपनीय दस्तावेज (Classified Document Case) मामले में आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 13 जून की देर रात फ्लोरिडा के मियामी कोर्ट में पेश हुए, जहां उन्होनें खुद को निर्दोष बताया. वे अपने सहयोगी वॉल्ट नौटा के साथ कोर्ट में पेश हुए और सरेंडर किया.
कोर्ट ने दोनों को इस शर्त पर रिहा किया कि वे एक एक-दूसरे से संपर्क नहीं करेंगे. साथ ही इस मामले में गवाहों से भी बात नहीं करेंगे. ट्रंप जासूसी अधिनियम के 31 मामलों सहित सीक्रेट डॉक्यूमेंट केस से जुड़े कुल 37 मामलों में आरोपी हैं.
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, अभियोजन पक्ष ने अपने 49 पन्नों के आरोप-पत्र में कहा कि राष्ट्रपति पद के दौरान ट्रंप ने गोपनीय दस्तावेजों को जानबूझकर अवैध तरीके से अपने पास रखा. उन्होंने बाथरूम, बॉलरूम, शावर की जगह, ऑफिस, स्टोर रूम और बेडरूम में दस्तावेज छिपाए थे. इसमें ये भी कहा गया कि अधिकारियों से रिपोर्ट छुपाने के प्रयास में ट्रंप ने न्याय में बाधा डालने की कोशिश की.
ट्रंप के समर्थन में कोर्ट के बाहर नारेबाजी
ट्रम्प के बेटे, एरिक ट्रम्प भी अपने पिता के साथ कोर्ट पहुंचे थे. ट्रम्प कोर्ट पहुंचे तो बाहर उनके समर्थकों का भारी हुजूम था. लोग उनके समर्थने में और राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. कुछ लोगों ने "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" लिखी बेसबॉल कैप भी पहन रखी थी.
सुनवाई के दौरान ट्रंप बैचेन दिखे
कोर्ट की सुनवाई ज्यादा नहीं चली. छोटी सी सुनवाई के दौरान ही ट्रम्प काफी निराश और परेशान दिख रहे थे. वे अपनी बाहों को क्रॉस किए टेबल पर बैठे रहे. उनके सहयोगी नौटा काफी काफी घबराए हुए लग रहे थे. वे बस फर्श की ओर देख रहे थे. सुनवाई के दौरान नौटा अपने होठों को दबाते रहे.
कोर्ट रूप में अभियोजन पक्ष की तरफ से स्पेशल वकील जैक स्मिथ अपने गवाहों के साथ पहली पंक्ति में ही बैठे थे. कोर्ट ने ट्रंप को इस मामले में गवाहों से किसी तरह की चर्चा न करने का निर्देश दिया है.
क्या है गोपनीय दस्तावेज मामला?
डोनाल्ड ट्रंप जनवरी 2021 में अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव हार गए थे. इसके बाद आरोप लगे कि वो व्हाइट हाउस से कई क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट्स फ्लोरिडा स्थित अपने घर मार-ए-लेगो (Mar-a-Lago) ले गए थे.
उन्होंने इन डॉक्यूमेंट्स को नेशनल आर्काइव्स को सौंपने से भी इनकार कर दिया था. इसके बाद मामला FBI के पास पहुंचा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, FBI को छानबीन में ट्रम्प के घर और उनके प्राइवेट क्लब से 300 से ज्यादा खुफिया दस्तावेज बरामद हुए थे.
मामला कैसे सामने आया?
नेशनल आर्काइव्स एंड रिकॉर्ड्स एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी साल 2021 में ट्रंप के प्रतिनिधियों के पास पहुंचे, जब उन्होंने पता चला कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान की महत्वपूर्ण फाइलें गायब हैं.
बता दें कि प्रेसिडेंशियल रिकॉर्ड्स एक्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के दस्तावेजों को अमेरिकी सरकार की संपत्ति माना जाता है.
ट्रंप के एक प्रतिनिधि ने दिसंबर 2021 में नेशनल आर्काइव को बताया कि मार-ए-लागो में राष्ट्रपति के रिकॉर्ड पाए गए हैं. जनवरी 2022 में नेशनल आर्काइव ने ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर से दस्तावेजों के 15 बक्सों को जब्त किया, बाद में न्याय विभाग के अधिकारियों को बताया गया कि उनमें बहुत सारी खुफिया जानकारी भी शामिल थी.
उसी साल मई में FBI और न्याय विभाग ने ट्रंप के पास बचे हुए गोपनीय दस्तावेजों को जब्त करने के लिए एक समन जारी किया.
इसके कुछ हफ्तों बाद जांच एजेंसी को तीन दर्जन दस्तावेज सौंपे गए. ट्रंप के वकीलों ने एक शपथ पत्र में दावा किया कि मांगी गई सभी फाइलें वापस कर दी गई है. लेकिन वह दावा झूठा निकला.
अगस्त 2022 में FBI ने तलाशी के दौरान ट्रंप के घर मार-ए-लागो से करीब 11,000 दस्तावेज जब्त किए, जिनमें 100 गोपनीय दस्तावेज भी शामिल थे.
जनवरी 2021 में कार्यालय छोड़ने के बाद से कुल 300 गोपनीय दस्तावेज ट्रंप के कब्जे से बरामद हो चुके हैं.
क्या आरोप लगाए गए हैं?
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जासूसी ऐक्ट के तहत आरोप दर्ज हुए हैं. इसके अलावा उन पर साजिश रचने, झूठे बयान देने, न्याय में बाधा डालने, रिकॉर्ड्स के साथ छेड़छाड़ करने और झूठे दस्तावेज बनाने के आरोप भी लगे हैं. ट्रंप अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं जो आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
बता दें कि इससे पहले अप्रैल में पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल (Stormy Daniels) को पैसे देकर चुप कराने के मामले में उन पर क्रिमिनल केस शुरु हुआ था. इस मामले में 4 अप्रैल को मैनहैटन की कोर्ट ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर 34 आरोप लगाए थे.
ट्रंप को कितनी सजा हो सकती है?
यह पहली बार है जब ट्रंप को संघीय आपराधिक आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. ट्रंप के खिलाफ लंबित अन्य आपराधिक मामले राज्य की अदालतों में हैं. टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, गोपनीय सरकारी दस्तावेजों का गलत तरीके से प्रयोग करना एक घोर अपराध है जिसके लिए 10 साल तक की जेल हो सकती है. न्याय में बाधा डालना भी एक संगीन अपराध है, जिसमें अधिकतम 20 साल की जेल की सजा हो सकती है.
क्या ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव लड़ पाएंगे?
हां. अभियोग या सजा के बावजूद ट्रंप 2024 राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने औपचारिक अभियान को जारी रख सकते हैं. इस मामले से उनके राष्ट्रपति चुनाव अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा. अमेरिकी संविधान के मुताबिक अमेरिका में जन्मा कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र कम से कम 35 साल हो या फिर वो कम से कम 14 सालों से अमेरिकी नागरिक हो, राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकता है.
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