फेसबुक भी अब अपना क्रिप्टो करंसी ला रहा है. फेसबुक की इस करंसी नाम होगा लिब्रा. कंपनी कम लागत वाली एक ग्लोबल पेमेंट सिस्टम बनाना चाहती है, जिसमें स्मार्ट डिवाइस के जरिये ट्रांजेक्शन हो सके. यह बिटकॉइन जैसी ही करंसी होगी जिससे फेसबुक पर दी जाने वाली सर्विसेज पर ई-कॉमर्स को बढ़ावा मिलेगा. फेसबुक के प्लेटफॉर्म पर इससे विज्ञापन भी बढ़ेगा.
फेसबुक के जरिये दुनिया भर में दो अरब से ज्यादा लोग संवाद करते हैं. अब वह क्रिप्टोकरंसी लाकर और अधिक लोगों को जोड़ना चाहता है. हालांकि पे पाल, उबर, स्पोटिफाई, वीजा और मास्टरकार्ड के पार्टनरशिप में क्रिप्टो करेंसी लाने से यह अपना सिस्टम और जटिल बना लेगा. फेसबुक की जानकारी के मुताबिक इसकी अहम खासियतें इस तरह हैं-
- लिब्रा वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और मैसेंजर पर उपलब्ध होगी
- यह डिजिटल करेंसी एंड्रॉयड और ios पर मौजूद डिजिटल वॉलेट पर भी होगी
- डिजिटल करेंसी को कंट्रोल करने की जिम्मेदारी अकेले फेसबुक पर नहीं होगी
- उबर,वीजा, मास्टर कार्ड और स्पोटिफाई लिब्रा के साथ पार्टनरशिप के लिए राजी हैं
- फेसबुक का कहना है कि वह यूजर डाटा को ट्रैक और एक्सेस नहीं कर पाएगा और न ही लिब्रा के जरिये किए गए पेमेंट को
- फेसबुक का कहना है कि वह दुनिया भर में उन 17 अरब लोगों के लिए बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराएगा जो इससे महरूम हैं
- बिटकॉइन के उलट लिब्रा का वैल्यूएशन यूएस डॉलर, येन और यूरो के इर्द-गिर्द घूमेगा
अगले साल लॉन्च होगी क्रिप्टोकरंसी लिब्रा
फेसबुक लिब्रा को अगले साल लॉन्च करेगा.इसे नई ग्लोबल करेंसी करार दिया गया है. लिब्रा को लगभग 25 पार्टनर्स का समर्थन है, जिनमें नॉन प्रॉफिटेबल कंपनियां, फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म और ऑनलाइन कॉमर्स कंपनियां शामिल हैं. इनमें वीजा, मास्टरकार्ड, पेपाल और उबर जैसी कंपनियां शामिल हैं.
ये कंपनियां वेंचर कैपिटलिस्ट्स और दूरसंचार कंपनियों के साथ मिलकर इस क्रिप्टोकरंसी के लिए एक-एक करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी. फेसबुक ने अपनी क्रिप्टोकरंसी के लिए यूएस ट्रेजरी और बैंक ऑफ इंग्लैंड से पहले ही इजाजत ले ली है. यह क्रिप्टोकरंसी फेसबुक के डिजिटल वॉलेट व अन्य सर्विसेज के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी. इस वॉलेट का नाम Calibra होगा.
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