फेसबुक (Facebook) ने कहा है कि अगर नवंबर के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अराजकता या हिंसक नागरिक अशांति फैलती है तो वो अपने प्लैटफॉर्म पर कॉन्टेंट के प्रसार को प्रतिबंधित करने के लिए आक्रामक और असाधारण कदम उठाएगा. फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में, फेसबुक के वैश्विक मामलों के प्रमुख निक क्लेग ने कहा कि कंपनी ने कई योजनाओं को तैयार किया है.
प्रस्तावित कार्रवाई की बात ऐसे समय में सामने आई है, जब यह सोशल मीडिया ग्रुप इस बढ़ते हुए दबाव में है कि वो चुनाव संबंधी गलत सूचना, वोटर्स के दमन और हिंसा के उकसावे से निपटने की योजना कैसे बनाए.
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में इस तरफ भी इशारा किया गया है कि मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) खुद भी नतीजों को चुनौती देने के लिए या हिंसक प्रदर्शन भड़काने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं. दरअसल ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वह आगामी चुनाव तभी हार सकते हैं, जब उसमें धांधली होगी.
क्लेग ने कहा, ‘’हमने दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी आक्रामक कदम उठाए हैं, जहां हमें लगा कि वास्तविक नागरिक अस्थिरता है और हमारे पास स्पष्ट रूप से (फिर से) ऐसा करने के लिए टूल्स मौजूद हैं.’’
हालांकि, फेसबुक ने चुनाव से संबंधित कॉन्टेंट कंट्रोल के लिए अपनी योजनाओं की डीटेल्स बताने से इनकार कर दिया. इससे पहले श्रीलंका और म्यांमार में अशांति की अवधि के दौरान, कंपनी ने जो कार्रवाई की, उसमें बार-बार नियम तोड़ने वालों की ओर से शेयर किए कॉन्टेंट की पहुंच को कम करना, और "बॉर्डरलाइन कॉन्टेंट" के डिस्ट्रीब्यूशन को सीमित करना शामिल था.
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