अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के ठीक पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के लीक ईमेल मामले की जांच एफबीआई ने शुरू कर दी है. अमेरिका में आठ नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है. ट्रंप पर बढ़त बनाती दिख रहीं हिलेरी के लिए ये एफबीआई का तगड़ा झटका माना जा सकता है.
राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी के प्रतिद्वंद्वी और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप ने भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था. एफबीआई का बयान सामने आने के बाद से डोनल्ड ट्रंप काफी खुश नजर आ रहे है और उन्होंने एफबीआई के फैसले की सरहना भी की है.
खत लिख कर दिए जांच के आदेश
एफबीआई के डायरेक्टर जेम्स कोमी ने कहा है कि हिलेरी के ईमेल मामले की जांच शुरू की जा रही है पर अभी ये तय नहीं है कि इसका परिणाम कब तक सामने आएगा.
उन्होंने अमेरिकी संसद को एक पत्र लिखकर ये बताया है कि एफबीआई को नए ईमेल के बारे में पता चला है जो उनकी जांच से जुड़े हो सकते हैं और इन मेल्स् की जांच कर ये पता करना होगा कि क्या मेल में कोई गोपनीय जानकारी थी.
मामले पर हिलेरी की टिप्पणी
हिलेरी ने एफबीआई की ओर से मामले की फिर से जांच किए जाने की घोषणा के बाद अपनी पहली टिप्पणी दी और कहा कि अमेरिकी लोग तथ्यों के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के हकदार हैं.
यह अनिवार्य है कि ब्यूरो इस मामले पर बिना किसी देरी के विस्तार से जानकारी दे. मुझे भरोसा है कि वे ईमेल जो भी हैं, उनसे जुलाई में पहुंचे गए निष्कर्ष में कोई बदलाव नहीं आएगा.हिलेरी क्लिंटन,
दरअसल इससे पहले जुलाई में भी मामले की पहली जांच हुई थी, जिसमें हिलेरी के खिलाफ सबूत नहीं मिले थे.
क्या था मामला?
हिलेरी क्लिंटन ने बराक ओबामा के पहले कार्यकाल में 2009 से 2013 तक विदेश मंत्री रहने के दौरान गुप्त ईमेल सर्वर का इस्तेमाल किया था. इसको लेकर उनकी काफी आलोचना भी हुई थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)