अमेरिका के ह्यूस्टन में 22 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेगा इवेंट ‘हाउडी मोदी’ आयोजित हुआ. इस इवेंट में पीएम मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी दिखे. ऐसे में भारत और अमेरिका के साथ-साथ दुनिया के दूसरे हिस्सों की निगाहें भी इस इवेंट पर टिकी थीं. अंतराष्ट्रीय मीडिया ने इस इवेंट को प्रमुखता से कवर किया है. चलिए इस कवरेज पर एक नजर दौड़ाते हैं:
‘चीन को साधने के लिए US-भारत का साथ आना अहम’
अमेरिका के एक शीर्ष अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 'हाउडी मोदी' इवेंट में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ आने को अहम बताया है. अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है- ''संयुक्त रूप से साथ आना भारत-अमेरिका के बीच बढ़ रहे रणनीतिक महत्व को रेखांकित करता है. दो बड़े लोकतांत्रिक देश एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभुत्व की महत्वाकांक्षा पर लगाम लगाने के लिए अहम हैं.’’
इसके साथ ही अखबार ने लिखा- ट्रंप की नजर भारतीय समुदाय के बढ़ रहे मतदाताओं पर है और वह 2016 के मुकाबले 2020 में इस समुदाय के ज्यादा से ज्यादा वोट चाहते हैं. ट्रंप भारतीय अमेरिकी लोगों से जुड़ने की वजह से होने वाले फायदे को समझते हैं क्योंकि इस समुदाय का योगदान 21वीं सदी में दोनों देशों की समृद्धि के लिए अहम है.
एक तरह के दो नेता साथ आए: NYT
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने 'हाउडी मोदी' इवेंट को लेकर लिखा है कि यह इवेंट एक तरह के दो नेताओं को साथ लाया. अखबार ने लिखा है कि दोनों ही दक्षिणपंथी लोकवाद को गले लगाकर सत्ता में आए हैं और दोनों ने खुद को स्थापित सत्ता के खिलाफ लड़ रहे लोगों का चैंपियन दिखाया.
अखबार ने लिखा है कि दोनों ही मतदाताओं के बीच इस विजन के साथ गए कि वे अपने देश को ‘दोबारा महान’ बनाएंगे. इसी के साथ इस अखबार ने कहा है कि भले ही मोदी ट्रंप के साथ हों लेकिन ट्रंप के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय का वोट पाना आसान नहीं होगा क्योंकि भारतीय-अमेरिकी जनता डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतदान करती है.
ट्रंप को लेकर अखबार ने लिखा है- वह (ट्रंप) बड़ी संख्या में मौजूद भीड़ से अपने ही अंदाज में पेश आए. उन्होंने कहा- ‘’राष्ट्रपति के तौर पर आपको प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप से पहले बेहतर दोस्त नहीं मिला होगा.’’
मोदी-ट्रंप ने की एक-दूसरे की तारीफ: अल जजीरा
अल जजीरा ने लिखा है कि ‘हाउडी मोदी’ इवेंट में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों ने एक दूसरे की तारीफ की.
इसके अलावा अलजजीरा ने लिखा है, ''ह्यूस्टन के NRG स्टेडियम में करीब 50,000 भारतीय अमेरिकी और NRIs 'हाउडी मोदी' रैली में शामिल होने पहुंचे, जिसे अमेरिका में हिंदू राष्ट्रवादी मोदी के समर्थकों ने आयोजित किया.''
इसके साथ ही उसने लिखा है, ''कश्मीर और दूसरी जगहों पर भारत के अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर मानवाधिकारों के कथित उल्लंघनों को लेकर स्टेडियम के बाहर हजारों लोगों ने मोदी के खिलाफ प्रदर्शन किया.''
भीड़ वैसी ही थी, जैसी ट्रंप को पसंद आती है: बीबीसी
बीबीसी ने अपने एक आर्टिकल के शीर्षक में लिखा है- ''हाउडी मोदी!: ट्रंप ने 'ऐतिहासिक' टेक्सास रैली में भारतीय PM की तारीफ की.''
इस आर्टिकल की शुरुआत में बीबीसी ने लिखा है कि टेक्सास में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक-दूसरे के लिए दोस्ती भरे शब्द कहे. इसके साथ ही बीबीसी ने इवेंट में आने वाली भीड़ का जिक्र करते हुए लिखा है- यहां ठीक उसी संख्या और ऊर्जा के साथ भीड़ थी, जिसे राष्ट्रपति ट्रंप अपनी रैलियों में देखना पसंद करते हैं.
ट्रंप 'मोदी, मोदी' नारों के बीच अजीब सी मुस्कुराहट लिए खड़े थे: द इकनॉमिस्ट
द इकनॉमिस्ट में छपे एक आर्टिकल में लिखा था, “वैसे तो पीएम मोदी विदेश में भारतीय समुदाय की बड़ी भीड़ को पहले भी संबोधित कर चुके हैं. लेकिन “Howdy, Modi!” इवेंट में मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप का रैलियों में डॉमिनेट करने का क्रम तोड़ दिया. ट्रंप स्टेज पर 'मोदी, मोदी' नारों के बीच अजीब सी मुस्कुराहट लिए खड़े थे.”
मोदी बड़े आराम से अंग्रेजी में बोलते रहे और बीच-बीच में 'ट्रंप सरकार' जैसे हिंदी के एक दो फ्रेज भी बोल रहे थे. उन्होंने होस्ट का रोल अच्छे से निभाया. मोदी ने अपने गेस्ट की अमेरिकन इकनॉमी को 'दोबारा मजबूत' बनाने के लिए तारीफ की और कहा कि उनका मौजूदगी दुनिया के दो लोकतंत्रों की दोस्ती का 'गवाह' है. ऐसा लगा जैसे मोदी नई दिल्ली में किसी अमेरिकन का स्वागत कर रहे हैं.
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