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US-चीन टेक वॉर की शिकार हुईं HUAWEI की CFO,इंडिया कनेक्शन है खास

चीन की इस ग्लोबल टेलीकॉम कंपनी की CFO मेंग वानझोउ को अमेरिका के निर्देश पर कनाडा में गिरफ्तार किया गया है.

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अमेरिका-चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की आग ठंडी नहीं पड़ी है. दोनों के बीच टेक्नोलॉजी को लेकर भी घमासान मचा है और इसकी ताजा शिकार हुई हैं चीनी मोबाइल टेलीकॉम कंपनी हुवावेई. चीन की इस ग्लोबल टेलीकॉम कंपनी की CFO मेंग वानझोउ को अमेरिका के निर्देश पर कनाडा में गिरफ्तार किया गया है. मेंग वानझोउ हुवावेई के फाउंडर रेंग जेनफेई की बेटी हैं, रेंग चीन की सेना में बड़े पद पर रह चुके हैं. फिलहाल, आरोप क्या हैं ये सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि हुवावेई ने अमेरिकी नियमों का उल्लंघन किया है.

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अब मेंग वानझोउ के प्रत्यर्पण की तैयारी है. इसी के साथ अमेरिका-चीन के बीच टेक्नोलॉजी वार भी एक नए दौर में एंट्री पा गया है.दरअसल,अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर चल रहा है. अमेरिका चीन और इसकी कंपनी पर टेक्नोलॉजी चुराने का आरोप लगाता रहा है. साथ ही उसका ये भी आरोप है कि चीन अपने यहां काम करने आ रही कंपनियों से जबरदस्ती टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने का दबाव डालता रहा है. इस बहाने वह अमेरिकी कंपनियों की बांहें मरोड़ने में लगा है.

ये किस तरह का टेक्नोलॉजी वॉर है?

हुवावेई दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम इक्विपमेंट और सर्विस प्रोवाइडर्स में से एक है, हाल ही में कंपनी एपल को पीछे छोड़ सैमसंग के बाद दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता बन गई है. कंपनी तेजी से 5G नेटवर्क में भी कदम रखा है और लीडर बनती जा रही है. सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए हुवावेई के 5G नेटवर्क पर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे देशों ने पहले ही पाबंदी लगा रखी है. इन देशों की आशंका है कि हुवावेई के तेजी से बढ़ते 5G नेटवर्क से चीन सुरक्षा में सेंध लगा सकता है और जासूसी गतिविधियां भी कर सकता है. लेकिन कंपनी ने ऐसे किसी भी आरोप से इनकार किया है.

चीन-कनाडा का रिएक्शन क्या है?

चीन ने गुरुवार को कनाडा और अमेरिका से हुवावेई की शीर्ष अधिकारी को गिरफ्तार करने के कारण को साफ करने की मांग की है. चीन ने इसे कानूनी अधिकारों और ह्यूमन राइट का उल्लंघन बताया है और तत्काल रिहा करने की मांग की है.इसी के साथ कंपनी ने नया CFO नियुक्त कर दिया है. वहीं कनाडा के पीएम का कहना है कि इस गिरफ्तारी से कनाडा की सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.

भारत का हुवावेई 5G कनेक्शन

एक तरफ जहां अमेरिका अपने साथी देशों को हुवावेई के 5G नेटवर्क का इस्तेमाल करने से मना कर रहा है. वहीं पिछले कुछ महीनों में भारत में हुवावेई ने तेजी से 5G नेटवर्क लाने की तैयारी शुरू की है. इसी साल फरवरी में हुवावेई और एयरटेल ने मिलकर 5G नेटवर्क का टेस्ट किया जो सक्सेसफुल रहा था.

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