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इजरायली पत्रकारों का दावा- हमास ने बच्चों के 'सिर काटे': क्या ऐसा हुआ, कितनी सच्चाई?

Israel-Hamas War: हमास ने इन आरोपों को "प्रोपेगेंडा" करार देते हुए सिरे से खारिज कर दिया है

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(ट्रिगर चेतावनी: हिंसा का जिक्र, पाठकों को विवेक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.)

इजरायल (Israel) के किबुत्ज कफर अजा में मंगलवार, 10 अक्टूबर को हमास के नेतृत्व वाले नरसंहार के बाद, उस जगह का निरीक्षण करने के लिए इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने विदेशी पत्रकारों को बुलाया. जिसके बाद तेल अवीव स्थित समाचार चैनल i24 के एक पत्रकार ने दावा किया कि इजरायली सैनिकों को 'सिर कटे बच्चों' के शव मिले थे.

लेकिन इसके कई प्रतिदावे हैं. क्या सच में ऐसा हुआ? वहां किसके संस्करण उपलब्ध हैं? यहां हम वास्तव में घटना के बारे में आपको बताते हैं.

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किबुत्ज कफर अजा गाजा बॉर्डर के पास स्थित एक इजरायली बस्ती है. शनिवार, 7 अक्टूबर को इजरायल के खिलाफ हमास हमले के बाद, फिलिस्तीनी क्षेत्र से करीब होने की वजह से यह इलाका सबसे पहले हमले का शिकार हुआ.

i24 की निकोल जेडेक, जो किबुत्ज कफर अजा में बुलाए गए पत्रकारों में से एक थीं, उन्होंने कहा कि उन्हें आईडीएफ कर्मियों ने बताया था कि उन्हें ऐसी अकल्पनीय स्थिति में बच्चे मिले थे.

उन्होंने एक्स पर एक लाइव टेलीकॉस्ट में कहा, "यहां कुछ सैनिकों से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि जब वे इन कम्यूनिटीज से गुजर रहे थे तो उन्होंने देखा कि वहां कुछ बच्चों के शरीर थे जिनके सिर काट दिए गए थे और सो रहे उनके परिवारों को गोलियों से भून दिया गया था."

उन्होंने एक आईडीएफ डिप्टी कमांडर का वीडियो भी बनाया, जिसने आरोपों की पुष्टि की: "उन्होंने बच्चों, महिलाओं के सिर काट दिए."

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घटना के बारे में किसने क्या कहा?

सीबीएस न्यूज ने पहले रिपोर्ट किया था कि इजरायल के वॉलंटियर सिविल इमरजेंसी रिस्पांस संगठन जका के संचालन प्रमुख योसी लैंडौ ने पुष्टि की थी कि उन्होंने वयस्कों, बच्चों और शिशुओं का सिर काटते हुए "व्यक्तिगत रूप से देखा" था.

i24 के जेडेक ने यह भी दावा किया कि केफर अजा में लगभग 40 शिशुओं और बच्चों को स्ट्रेचर पर ले जाया गया था. हालांकि, आईडीएफ ने एक बयान में संख्या या उस सटीक स्थिति की पुष्टि करने से इनकार कर दिया जिसमें शव पाए गए थे.

इजरायली सेना ने स्काई न्यूज को बताया, "हम किसी भी संख्या की पुष्टि नहीं कर सकते. किबुत्ज कफर अजा में जो हुआ वह एक नरसंहार है जिसमें ISIS की तरह महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को बेरहमी से मार डाला गया."

इस नैरेटिव को लेकर कई काउंटर क्लेम

हालांकि, इसकी पुष्टि की जा सकती है कि किबुत्ज कफर अजा में कई लोग मारे गए थे, लेकिन अन्य पत्रकारों का कहना है कि सिर काटने के दावों की पुष्टि नहीं की जा सकती है.

स्काई न्यूज के स्टुअर्ट रामसे, जिन्होंने दो आईडीएफ अधिकारियों से बात की, उन्होंने कहा, "इस तरह की स्थिति में तथ्यों को अटकलों से अलग करना महत्वपूर्ण है."

उन्होंने आगे कहा, "किसी भी समय मैंने या जिस अन्य मेजर से मैंने बात की, उन्होंने कहा हो कि हमास ने 40 शिशुओं या बच्चों का सिर काटा हो या उन्हें मार डाला हो."

रामसे ने आगे कहा कि आईडीएफ के पास केफर अजा में कथित सिर काटने की घटना के बारे में वैश्विक मीडिया को सूचित करने का हर मौका था, लेकिन उन्हें या उनकी टीम को न तो हत्या और न ही 40 बच्चों के सिर काटने के बारे में बताया गया था.

हालांकि, उन्होंने कहा कि कफर अजा में जो घटनाएं हुईं, वे भयावह थीं. "यहां की कहानियां चौंकाने वाली हैं - परिवारों को उनके घरों के बाहर की आवाजों से बिना किसी चेतावनी के जगाया जा रहा है, मां और पिता अपने बच्चों को अलमारी, शराब के तहखाने और अन्य तहखाने में छिपा रहे हैं, पति और पत्नी इस लड़ाई में बिछड़ रहे हैं."

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सैकड़ों लोगों से बात की, कोई सबूत नहीं मिला: पत्रकार

एक अन्य पत्रकार ओरेन जीव - जो स्वतंत्र समाचार आउटलेट 972 मैग के लिए काम करते हैं, उन्होंने घटना स्थल पर "सैकड़ों सैनिकों" से बात की.

उन्होंने एक्स पर कहा कि, "दौरे के दौरान हमने इसका कोई सबूत नहीं देखा और सेना के प्रवक्ता या कमांडरों ने भी ऐसी किसी घटना का जिक्र नहीं किया."

इसके अलावा, हमास ने इन आरोपों को "प्रोपेगेंडा" करार देते हुए सिरे से खारिज कर दिया है, जो इजरायल और उसके सहयोगियों द्वारा फैलाए जा रहे हैं.

हमास ने बुधवार को अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा, "फिलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने, फिलिस्तीनी स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा बच्चों की हत्या और नागरिकों को निशाना बनाने के पश्चिमी मीडिया के झूठे दावों को दृढ़ता से खारिज किया है."

ये दावे और प्रतिदावे इजरायल-हमास युद्ध के संबंध में फेक न्यूज पर बहस को बढ़ाते हैं. कई तस्वीरें और वीडियो जो इजरायल-फिलिस्तीन में चल रहे संघर्ष संबंधित नहीं हैं, उन्हें एक्स, फेसबुक और अन्य प्लेटफार्मों पर व्यापक रूप से शेयर किया गया है. कभी-कभी अनजाने में, लेकिन कई बार एक पक्ष या दूसरे के खिलाफ इस संघर्ष को बढ़ावा देने के खास मकसद से.

इस तरह की भीषण हत्याओं के दावे ऐसे समय में भी आए हैं जब इजरायल संभावित रूप से फिलिस्तीन पर जमीनी आक्रमण शुरू करने के लिए गाजा बॉर्डर पर कम से कम 3,60,000 रिजर्व सैनिकों के साथ लाखों सैनिकों को जुटा रहा है.
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बाइडेन की 'गैर-जिम्मेदाराना' गलती ने आग में घी डाला

इसके अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) अपने टेलीविजन संबोधन में गलत बयान देते हुए कथित सिर काटने की बात करते हैं, उसे बेहद गैरजिम्मेदाराना तौर पर देखा जा रहा है.

बाइडेन ने कहा था, "इस जीवन में ऐसे पल आते हैं - मेरा शाब्दिक अर्थ यह है - जब एक शुद्ध, बिना किसी मिलावट के बुराई इस दुनिया पर फैलती है. यह सरासर दुष्टतापूर्ण कार्य है." उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह "आतंकवादियों की बच्चों का सिर काटने की तस्वीरें देखेंगे.''

हालांकि, व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने द वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि न तो बाइडेन और न ही किसी अन्य अमेरिकी अधिकारी ने कथित सिर काटने की तस्वीरें देखी हैं, और राष्ट्रपति की टिप्पणियां इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रवक्ता ताल हेनरिक द्वारा सीएनएन और इजराइल से आ रही अन्य मीडिया रिपोर्ट में किए गए दावों पर आधारित थीं.

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