श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने रविवार को चौथी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. श्रीलंका के हालिया चुनावों में उनकी पार्टी श्रीलंका पीपल्स फ्रंट को जबरदस्त जीत मिली है. इस तरह अब राजपक्षे परिवार की श्रीलंका में ताकत पर पकड़ और मजबूत हो गई है. राजपक्षे ने अपने छोटे भाई और श्रीलंका के वर्तमान राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के सामने शपथ ली.
महिंदा राजपक्षे 2005 से 2015 के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति रहे हैं. उनका कार्यकाल तमिल विद्रोहियों से जंग खत्म करने को लेकर बेहद लोकप्रिय रहा है. महिंदा राजपक्षे पहली बार 2004 में प्रधानमंत्री चुने गए थे, इसके बाद वे 2018 और 2019 में कुछ वक्त के लिए फिर प्रधानमंत्री चुने गए.
बुधवार को घोषित हुए नतीजों में श्रीलंका पीपल्स फ्रंट ने श्रीलंका में 225 सीटों में से 145 पर जीत दर्ज की है. वहां मुख्य विपक्षी पार्टी को महज 54 सीटें ही हासिल हुई हैं.
इस बार राजपक्षे परिवार के पांच सदस्य संसद के लिए चुने गए हैं. इनमें महिंदा राजपक्षे, उनके बेटे नमल राजपक्षे, बड़े भाई चमल राजपक्षे और उनके बेटे शशिंद्रा राजपक्षे और एक भतीजे निपुण रणवाका चुने गए हैं.
महिंदा राजपक्षे की जीत के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन कर उन्हें जीत की बधाई दी थी. इसके बाद महिंदा राजपक्षे ने ट्वीट कर पीएम को अलग से धन्यवाद दिया था. इसी ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, "धन्यवाद महिंदा राजपक्षे. आपसे बात करके खुशी हुई. एक बार फिर बहुत-बहुत बधाई. हम द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों को आगे बढ़ाने और अपने विशेष संबंधों को हमेशा नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए मिलकर काम करेंगे."
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