भारी बारिश के कारण नेपाल के लोकप्रिय पर्यटन जिला चितवन में 600 पर्यटक फंसे हुए हैं. इनमें 200 भारतीय शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि देश में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ आ गई है और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है.
चितवन घाटी में उफान मार रही राप्ती नदी का पानी कई होटलों में घुस गया है जहां देश का पहला राष्ट्रीय पार्क मौजूद है. मुख्य जिला अधिकारी नारायण प्रसाद भट्ट ने बताया कि राहत अभियान के लिए पड़ोसी देवघाट से चार रबर राफ्ट मांगे गए हैं. क्षेत्रीय होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमन घिमरे ने बताया कि फंसे हुए पर्यटकों को हाथी की मदद से निकाला जा रहा है.
- नेपाल में अब तक बाढ़ और भूस्खलन में 49 लोगों की मौत हो चुकी है.
- हिमालयन टाइम्स की खबर के मुताबिक बाढ और भूस्खलन से 21 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
- 35,000 से अधिक मकान डूब गए हैं और करीब 1000 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
- बाढ़ की वजह से करीब 400 मवेशी मारे गए हैं
कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, कइयों ने धारा बदल दी है जिससे मकान और रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है. रास्तों और पुलों के क्षतिग्रस्त होने से आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
राहत और बचाव में सेना समेत अन्य सुरक्षा बलों को लगाया गया है. मौसम विभाग का अनुमान है कि देश में अगले कुछ दिनों तक सामान्य से भारी बारिश होती रहेगी.
बता दें कि शनिवार को नेपाल सरकार की कैबिनेट ने आपात बैठक की थी. प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने जिला प्रशासनों को बचाव अभियान तेज करने को कहा है.
(इनपुट- एजेंसियां)
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