Nobel Physics 2022 : क्वांटम मैकेनिक्स में रिसर्च के लिए एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर को साल 2022 के लिए भौतिकी/फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize in Physics) दिया गया है. फिजिक्स और केमिस्ट्री के लिए नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था- रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने मंगलवार, 4 अक्टूबर को इसकी घोषणा की. यहां जानते हैं तीनों वैज्ञानिकों की कहानी.
एलेन एस्पेक्ट/ Alain Aspect
फ्रांस के वैज्ञानिक एलेन एस्पेक्ट को क्वांटम मेकैनिक्स के सबसे पेचीदा गुणों/प्रॉपर्टी को सामने लाने वाले एक्सपेरिमेंट्स के लिए जाना जाता है. 1982 में उलझे हुए फोटॉन/entangled photons के पेयर्स के साथ उनके बेल्स इनक्वॉलिटीज टेस्ट्स ने 1935 में शुरू हुए अल्बर्ट आइंस्टीन और निल्स बोहर के बीच असहमति को सुलझाने में योगदान दिया है.
एलेन एस्पेक्ट ने फ्रांस स्थित Ecole Normale Supérieure (ENS) Cachan and Université d'Orsay से अपना ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएशन और पीएचडी थीसिस पूरी की. उन्होंने Institut d'Optique, ENS Yaoundé (Cameroon), ENS Cachan, ENS / Collège de France, और CNRS में प्रोफेसर के रूप में काम किया है. उनके पास कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, इजराइल, यूके और हांगकांग सहित दुनिया भर के संस्थानों से डॉक्टरेट की 7 डिग्रियां हैं.
जॉन एफ क्लॉसर/ John F. Clauser
1942 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में जन्मे जॉन क्लॉसर एक एक्सपेरिमेंटल फिजिसिस्ट हैं जो इंटरफेरोमेट्री और क्वांटम थ्योरी पर रिसर्च करते हैं. उन्होंने इससे 2010 में फिजिक्स फील्ड में वुल्फ फाउंडेशन पुरस्कार जीता था.
एंटोन जिलिंगर/ Anton Zeilinger
एंटोन जिलिंगर का जन्म 1945 में ऑस्ट्रिया में हुआ था और उन्होंने 1971 में वियना यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की डिग्री पाई. एंटोन जिलिंगर एक क्वांटम फिजिसिस्ट हैं.इससे पहले उन्हें 2008 में Institute of Physics (यूके) के पहले आइजैक न्यूटन मेडल से नवाजा गया था. वे वियना यूनिवर्सिटी में ही फिजिक्स के प्रोफेसर हैं और ऑस्ट्रियन एकेडमी ऑफ साइंसेज में क्वांटम ऑप्टिक्स और क्वांटम इनफार्मेशन IQOQI इंस्टिट्यूट में सीनियर वैज्ञानिक हैं.
पुरस्कार विजेताओं को मिलेंगे लगभग 7.3 करोड़ रुपए
पिछले साल फिजिक्स में नोबेल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों - स्यूकुरो मानेबे, क्लॉस हासेलमैन और जियोर्जियो पेरिसी को दिया गया था - जिनके रिसर्च ने प्रकृति की जटिल फोर्सेज/बलों को समझाने और भविष्यवाणी करने में मदद की है, जिससे जलवायु परिवर्तन की हमारी समझ का विस्तार हुआ है.
बता दें कि साल 2022 के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार, 3 अक्टूबर को शुरू हुई है. स्वीडिश वैज्ञानिक स्वंते पाबो को निएंडरथल DNA (Neanderthal DNA ) के रहस्यों को उजागर करने के लिए मेडिकल फील्ड में पुरस्कार दिया गया है, जिसने इम्यून सिस्टम को और अधिक समझने के लिए महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की है.
सभी पुरस्कार विजेताओं को 10 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (लगभग $900,000/7.3 करोड़ रुपए) का नकद पुरस्कार दिया जाता है और 10 दिसंबर 2022 को दिया जाएगा. यह प्राइज मनी अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से आता है, जिनकी मृत्यु 1895 में हुई थी.
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