भले ही जमाना बहुत मॉडर्न हो गया हो, लेकिन आज भी स्त्री और पुरुष को समान अधिकार नहीं मिले हैं. भारत में कुछ ऐसे धार्मिक स्थान हैं, जहां मर्द तो जा सकते हैं, लेकिन महिलाओं के जाने पर रोक है. मौजूदा प्रचलित परंपराओं से नहीं, बल्कि संवैधानिक सिद्धांतों के आधार पर भी महिलाओं को बराबरी का हक मिलना चाहिए.
सबरीमाला मंदिर प्रवेश मामले से लैंगिक न्याय के खतरे में होने का उदाहरण सामने आया. लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भेदभाव का कलंक सिर्फ भारत में ही नहीं है. दुनिया में और भी कुछ स्थान हैं, जहां पर महिलाओं के सर पर लगा है नो एंट्री का ठप्पा.
माउंट एथोस, ग्रीस
माउंट एथोस को ग्रीस के सबसे पवित्र स्थानों में एक माना जाता है. यहां पर ईस्टर्न ऑर्थोडॉक्स मॉनेस्ट्री हैं. यहां रहने वाले भिक्षुओं का कहना है कि महिलाएं धर्म के मार्ग में रुकावट होती हैं. ऐसा कहा जाता है कि चार माल्दोवन महिलाएं यहां जाने में सफल तो रहीं, लेकिन एक दुर्घटना में चारों मारी गईं. महिलाओं के अलावा घरेलू मादा जानवरों को भी यहां जाने की इजाजत नहीं है.
इतिहास व पुराणों के अनुसार माउंट एथोस में पिछले सवा हजार वर्षों से कोई नारी नहीं है. कुमारी मरियम को छोड़ यहां किसी और देवी की पूजा नहीं की जाती है.
माउंट ओमिन, जापान
यूनेस्को की ओर से इसे वर्ल्ड हेरिटेज घोषित किया जा चुका है. इस बौद्ध मंदिर की ऊंचाई 5640 फीट है. गत 1300 साल से यहां पर महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी लगी है. यहां की धार्मिक मान्यता महिलाओं को धर्म के मार्ग में रुकावट मानती है. आपको बता दें कि यहां पर बीते 1300 साल से औरतों का आना बंद है. 1872 में जापानी राजा के सरकारी काल में इस नियम को तोड़ने की कोशिश हुई थी, पर असफलता हाथ लगी.
हरबर्टस्ट्रास, जर्मनी
सन् 1933 में नाजी अधिकारियों ने वेश्यावृत्ति की अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए लकड़ी की स्क्रीन से इसका घेराव करवाया था. अब यहां वेश्यावृत्ति कानूनी रूप से मान्य है. पुलिस ने 1970 के दशक में इस जगह का महिलाओं और 18 साल से कम उम्र के लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ने का हवाला देकर उनके प्रवेश पर रोक लगा दी थी.
आजादी स्टेडियम, ईरान
ईरान के मशहूर फुटबॉल स्टेडियम ‘आजादी स्टेडियम’ में महिलाओं के प्रवेश की मनाही है.
बर्निंग ट्री क्लब, अमेरिका
अमेरिकी राजधानी वॉशिंगटन डीसी के करीब स्थित बर्निंग ट्री क्लब एक ऐतिहासिक गोल्फ क्लब है. अमेरिकी राष्ट्रपति, अमेरिकी सांसदों, सैन्य अधिकारियों जैसी हस्तियां यहां गोल्फ खेलती हैं लेकिन इस गोल्फ क्लब में महिलाओं की आवाजाही पर प्रतिबंध है.
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