पाकिस्तान ने आखिरकार सर्जिकल स्ट्राइक के दो सप्ताह बाद यह कबूल कर लिया है कि भारत के 37वीं राष्ट्रीय राइफल के सिपाही चंदू बाबूलाल चव्हाण पाक की कस्टडी में हैं.
चंदू दो सप्ताह पहले 29 सितंबर को गलती से एलओसी क्रॉस कर गए थे. इससे पहले पाकिस्तान ने चंदू के पाक में होने की बात को नकार दिया था.
भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ घंटे बाद ही चंदू एलओसी क्रॉस कर गए थे. पाकिस्तान के कबूलनामे के बाद चंदू की रिहाई की उम्मीद बढ़ गई है.
सदमे से हो गई थी दादी की मौत
दो सप्ताह पहले जब चंदू की दादी को पता चला कि चंदू एलओसी क्रॉस कर पाकिस्तान में चले गए हैं, तो उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. दिल के दौरे से गुजरात के जामनगर में उनकी मौत हो गई थी.
चंदू महाराष्ट्र के धुले के रहने वाले हैं. लेकिन उनकी दादी गुजरात में अपने एक और पोते के पास गई थीं.
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