पाकिस्तान की एक अदालत ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में वित्तमंत्री इशाक डार को फरार घोषित कर दिया. मंगलवार को पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था.
सुनवाई के दौरान, NAB के जांच अधिकारी नादिर अब्बास ने कोर्ट से कहा कि टीम ने डार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद लाहौर और इस्लामाबाद स्थित मंत्री के घर का दौरा किया.
अब्बास ने कहा, "डार अपने दोनों घरों में नहीं मिले. कुछ समय पहले, मंत्री मेडिकल जांच के लिए लंदन में थे."
'कोर्ट से बचने के लिए लंदन में हैं'
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच अधिकार ने दावा करते हुए कहा कि वो कोर्ट के फैसले से खुद को बचाने के लिए लंदन में हैं. मंत्री पर करीब 83.17 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप है. डार को फरार घोषित करते हुए जवाबदेही अदालत ने कहा कि 10 दिनों के अंदर उसे भगोड़ा घोषित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.
डार के वकील ने मंगलवार को कोर्ट में 16 नवंबर के मेडिकल रिपोर्ट को दाखिल किया. वित्तमंत्री खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर कोर्ट का सामना करने से बच रहे हैं. डार के वकील ने एनएबी टीम पर बरसते हुए कहा कि न्यायालय के पहले के आदेश के बावजूद वित्तमंत्री के रिपोर्ट को जवाबदेही निकाय द्वारा सत्यापित नहीं किया गया.
वकील ने दावा किया, "वे लोग डर रहे हैं कि अगर एक बार रिपोर्ट का वेरिफिकेशन हो गया, तो वो लोग कुछ भी कहने लायक नहीं रहेंगे." सुनवाई 4 दिसंबर तक टाल दी गई.
पनामा पेपर्स लीक मामला
डार के खिलाफ ये मामला 28 जुलाई को दिए गए फैसले के बाद दर्ज किया गया था. इस फैसले में पनामा पेपर्स घोटाले मामले में पाकिस्तान के तात्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अयोग्य करार दिया था.
सुप्रीम कोर्ट ने शरीफ को हटाने के बाद NAB ने शरीफ, उनके परिवार के सदस्यों और डार के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मामले और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला इस्लामाबाद के कोर्ट में दायर किया था.
(इनपुट: एजेंसियां)
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