पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजों पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान की नई सरकार हिंसा और आतंकवाद से मुक्त हो. साथ ही ये सरकार सुरक्षित और स्थिर दक्षिण एशिया की दिशा में काम करेगी.
पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान की पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, हांलांकि सरकार बनाने के लिए उन्हें गठबंधन की जरूरत पड़ेगी.
‘प्रगतिशील पाकिस्तान देखना चाहता है भारत’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत एक ‘‘समृद्ध एवं प्रगतिशील पाकिस्तान देखना चाहता है, एक ऐसा देश जिसके पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध हों.” उन्होंने कहा कि भारत ने इस बात का स्वागत किया कि पाकिस्तान के लोगों ने आम चुनाव के माध्यम से लोकतंत्र में विश्वास जताया.
‘‘हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान की नयी सरकार सुरक्षित, स्थिर और विकसित दक्षिण एशिया के निर्माण की दिशा में काम करेगी जो आतंकवाद और हिंसा से मुक्त होगा.’’रवीश कुमार, प्रवक्ता, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार
भारत-पाक के बीच बेहतर संबंध बनाने की कोशिश
चुनावों में बढ़त हासिल करने के बाद इमरान खान ने कहा था कि वह भारत के साथ संबंधों को सुधारने के लिए इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुख्य मुद्दे सहित सभी विवादों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहेंगे.
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क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ 25 जुलाई को हुए चुनावों में 270 में से 116 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.
हालांकि पाकिस्तान का वजीर-ए आजम बनने के लिए उन्हें गठबंधन बनाने की जरूरत होगी, क्योंकि फिलहाल वह बहुमत से 21 सीट दूर हैं. सरकार बनाने के लिए पाकिस्तान में 137 सीटों की जरूरत है.
पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएलएन को इस चुनाव में 64 सीटें ही मिल पाई हैं. इसके अलावा बिलावल भुट्टों की पीपीपी को 43, एमएमए को 13, एमक्यूएमपी को 6 सीटें मिली हैं.
(इनपुटः PTI)
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